नेहा राठौर
देश में करोना संकट के दौरान डॉक्टरों पर कई बार मरीजों के रिश्तेदारों द्वारा हमला किया गया। ऐसे में अपनी सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी (IMA) ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मरीजों के रिश्तेदारों द्वारा डॉक्टरों पर हो रहे हमलों की घटनाओं पर ध्यान देते हुए, उनके लिए एक सुरक्षित माहौल को सुनिश्चित किया जाए, ताकि इस संकट के समय मेडिकल स्टाफ बिना किसी डर के काम कर सकें।
IMA ने पत्र में पीएम से महामारी के समय में डॉक्टरों पर शारीरिक और मानसिक हमलों को रोकने के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाने का निवेदन किया है। वहीं, उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए चलाई जा रही वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर जो लोग जनता में गलतफहमियां फैला रहे हैं उनके खिलाफ महामारी अधिनियाम 1897 के तहत सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि लोग ऐसा करने से डरें।
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पत्र में उन्होंने असम में उनके युवा डॉक्टर पर हुए हमले और अन्य जगहों पर हिंसा जैसी घटनाएं होने से स्वास्थ्यकर्मियों के बीच एक मानसिक तनाव पैदा होने का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इस महामारी में के दौरान कई युवा डॉक्टरों ने हजारों लोगों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई है, और सिर्फ डॉक्टर को ही नहीं बल्कि उनके परिवार के सभी सदस्यों को भी इस संकट ने काफी प्रभावित किया है।
उन्होंने पत्र में पीएम से निवेदन किया है कि ऑन ड्यूटी डॉक्टरों के शोषण व उनके खिलाफ हिंसा करने के मामलों में आरोपियों को कम से कम 10 साल तक कैद की सजा हो। साथ ही, महामारी के दौरान अस्पताल में सेवा करते हुए जान गंवाने वाले डॉक्टरों को कोविड शहीदों के तौर पर सम्मानित किया जाए और सरकार की तरफ से उनके परिवार को सहायता दी जाए।
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