Thursday, April 25, 2024
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Black Fungus के मुकाबले White Fungus है और भी जानलेवा

संवाददाता, प्रियंका आनंद

अभी पुरा देश कोरोना से फैलै Black Fungus का ईलाज भी नही खोज पाया है कि White Fungus ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरु कर दिया है। जानकारी के मुताबिक बिहार स्वास्थ्य विभाग ने अपनी ताज़ा अपडेट में सफेद कवक यानी व्हाइट फंगस की जानकारी दि है और इसी के साथ राजधानी पटना में अब तक कुल 4 केस भी सामने आए है। डाक्टरों की यदि माने दिल्ली में अभी तक इस फंगस का कोइ केस सामने नही आया है। कुछ स्वास्थ्य अधिकारी इस फंगस को ब्लैक फंगस से भी ज्यादा खतरनाक मान रहे है। यह उम्मिद जताई जा रही है कि स्वास्थ्य अधिकारी जल्द ही इस वायरस को लेकर कोई जानकारी देंगे। बिहार के अलावा राजस्थान, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, असम अन्य राज्यों में भी इस वायरस के फैलने की खबर सामने आई है।

डाक्टरों की जानकारी के मुताबिक सफेद कवक फेफड़ों, गुर्दे, आंतों, पेट, निजी अंगों और यहां तक ​​कि नाखूनों सहित महत्वपूर्ण अंगों में अधिक आसानी से फैलता है और संक्रमण का कारण भी बनता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन लोगों की इम्युनिटि कमजोर होती है उनमें इसके फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। इतना ही नही मधुमेह या लंबे समय से स्टेरॉयड पर रहने वाले लोगों को भी यह वायरस अपनी चपेट में ले रहा है। कोरोना से ठिक होने के बावजुद भी यह फंगस लोगों में फैलता जा रहा है।

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विशेषयों की जानकारी के मुताबिक जिस टैस्ट से इसकी जाच की जाती है उसका वैज्ञानिक नाम HRCT (High Resolution Computed Tomography) है। बलगम के कल्चर से इस जान लेवा बिमारी का पता लगाया जा सकता है। यह वायरस इतना जानलेवा है कि यदि कोई गर्भवती महिला इसके संक्रमण में आ जाए तो ना केवल उसकी जान को खतरा होता है बल्कि उसके बच्चे की भी जान जा सकती है।

वैसे तो अब तक डाक्टर इस बिमारी का कोइ इलाज नही निकाल पाए है लेकिन उन्होंने इससे बचने के लिए कुछ सावधानियों की जानकारी लोगों को दी है जिससे काफि हद तक वायरस से बचा जा सकता है जैसै- जिन लोगों को मधुमह की शिकायत है उन लोगों को अपना शुगर लैवल कंट्रोल करने की ज़रुरत है, कोरोना से पीड़ित व्यक्ति को क्षमता अनुसार ही ऑक्सिज़न दी जानी चाहिए, ऑक्सिज़न देते वक्त जिस पानी का इस्तेमाल किया जाता है वह नल का होने की ब्जाए हाएडेरेठिक होना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति को अपने शरीर में सफेद कवक के लक्षण नज़र आते है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ताकि जल्द ही इसका इलाज किया जा सके। इन सब के बावजुद अपनी इम्युनिटी पॉवर भी बढ़ाने की जरुरत है।

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