Wednesday, April 24, 2024
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हमारी खुशकिस्मती है कि हमें हुनरमंदों का वेलकम करने का मौका मिला – रामपुर , सीडीओ

उत्तर प्रदेश के रामपुर में 23वां हनर हाट रामपुर के लोगों के साथ साथ बाहर से आए हुनरमंदों के लिए भी बढ़िया साबित होता जा रहा है फिर चाहे वो ब्रिकी की बात हो या फिर स्वाद से सभी को मंत्रमुग्ध कर देना हो, इसी कड़ी में हमने बात की रामपुर की सीडीओ गज़ल भारद्वाज जी से उन्होनें बताया कि रामपुर में हुनर तो बहुत है और हुनर हाट से एक बड़ा मुकाम और प्लेटफॉर्म यहां के हुनरमंदों को मिल रहा है, इसी के साथ गज़ल भारद्वाज जी ने बताया कि 25 दिसंबर के दिन उन्होनें रामपुर के बच्चों और कई लोगों द्वारा कारीगरी–ए-रामपुर नाम से भी एक कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है जोकि हुनर हाट के अंदर ही होना है।

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हमारे संवाददाता अंशुल त्यागी के साथ सीडीओ गज़ल भारद्वाज की बातचीत के कुछ अंश

सवाल – हुनर हाट और रामपुर, इस कॉम्बिनेशन को आप कैसे देखती हैं ?

जवाब – ये रामपुर के लिए खुशी की बात है कि रामपुर में हुनरमंदों के वेलकम का मौका हमें मिला और साथ ही रामपुर के हुनरबाज़ों को भी चांस मिला अपने हुनर को और लोगों के सामने दर्शाने का, इसके अलावा ये कॉम्बिनेशन वाकई बहुत अच्छा है वो ऐसे कि हमारे यहां कई ऐसे हुनरंद लोग थे जो किसी वजह से अपने हुनर के कार्य को छोड़कर दूसरे कामों में लग गए थे लेकिन अब भारत सरकार की इतनी बड़ी पहल के बाद वो कुशल कारीगर भी मैदान में वापस उतर गए हैं और इस हुनर हाट के माध्यम से लोगों तक अपने हुनर को पहुंचा रहे हैं।

सवाल – मुख्य विकास अधिकारी (CDO) किस प्रकार से इस हुनर हाट को देख रही हैं और क्या वापस चाहती हैं कि ऐसे ही हुनर हाट दोबारा से रामपुर में आए ?

जवाब – बिल्कुल हम चाहेंगे कि हर साल यहां पर यानी रामपुर में हुनर हाट का आयोजन हो ताकि रामपुर के हुनरबाज़ों को ऐसा बड़ा प्लेटफार्म मिलता रहे और मैं धन्यवाद करना चाहती हुं प्रधानमंत्री मोदी और मुख्तार अब्बास नकवी जी का जिन्होनें रामपुर में हुनरबाज़ों को अपना हुनर दिखाने के लिए इतना बड़ा मंच दिया ।

सवाल – रामपुर के कितने स्टॉल हैं और क्या वाकई लगता है कि मिशन वाकल फोर लोकल कामयाब हो रहा है ?

जवाब – बिल्कुल ये मिशन साक्षर हो रहा है और प्रशासन इसके लिए बिल्कुल तैयार है, रामपुर के ही करीब 25 से 30 स्टॉल यहां लगे हैं और ये इतना बताने के लिए काफी है कि यहां के लोगों को इसका कितना फायदा मिल रहा है । सबसे बड़ी बात एक ही जगह पर रामपुर क साथ सात बाहर जिलों और देशों से आए लोग भी इसके अंदर मिलते हैं और हुनर दिखाते हैं साथ ही नवाबों का शहर रामपुर शुरु से ही हुनरमंदो से भरा रहा है, यहां की कला देश –विदेश तक अपना मान बढ़ाती है, चाहे फिर वो वॉयलन हो या फिर रामपुरी चाकू, डीएम साहब और हम सभी अधिकारियों की कोशिश यही रहती है कि हम रामपुर के हुनर को ऐसे ही मुकाम देते रहे ताकि हुनर और कारीगर दोनों ही अपनी कला से दूर जाने का प्रयास ही न करें।

सवाल – चंद पंक्तियों में हुनर हाट को लेकर आप क्या कहेंगी, क्योंकि इतने समय से आप हुनर हाट को देख भी रही हैं, घूम भी रही हैं और समझ भी रही है ?

जवाब – हुनर हाट ने रामपुर को खुशियां दी हैं, हुनरमंदों और कारिगरों को मौके दिए हैं, एक बड़ा प्लेटफॉर्म दिया है हुनर को साबित करने और दर्शाने के लिए और रामपुर के टैलेंट के लिए भी जो रोज़ाना एक घंटे का समय हुनर हाट में मिला वो भी काबिल-ए-तारीफ है, हमारी खुशकिस्मती है कि हमें हुनर हाट का वेलकम करने का मौका मिला, डीएम साहब के निर्देशों के साथ हम विकास के हर कार्य के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और हमारी कोशिश होगी कि हम आगे भी इस तरह का मंच समय समय पर अपने रामपुर के कारीगरों को देते रहें ।

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