Tuesday, April 30, 2024
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जिस शराब ने सिसोदिया को पहुंचाया जेल, वही शराब होली पर दिल्ली वाले करोड़ की गटक गए

एक ओर शराब ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जेल की सलाखों के पीछे पहुंच दिया वहीं दूसरी ओर कोरोना के बाद पहली बार दिल्ली के लोगों ने होली के मौके पर जमकर शराब पी। दिल्ली में मार्च माह में होली तक 227 करोड़ रुपए के शराब की बिक्री हुई।

नई दिल्ली, 9 मार्च। एक ओर दिल्ली शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा केजरीवाल सरकार में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तार के बाद से देश की राजधानी में सियासी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। एक तरफ जहां मनीष सिसोदिया इन दिनों तिहाड़ जेल में हैं, वहीं उनसे प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने भी पूछताछ शुरू कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी के। कविता को भी पूछताछ के लिए नौ मार्च को बुलाया था, लेकिन उन्होंने ईडी से 15 मई तक का पेश होने के लिए समय मांग लिया है। इस मामले में दो दिन पहले ही के। कविता के एक करीबी को ईडी ने गिरफ्तार किया था।

वहीं कोरोना काल के बाद पहली बार देशभर के लोगों ने एक दिन पहले होली का त्योहार जमकर मनाया। चूंकि, रंगीन त्योहार होली शराब के शौकीनों के लिए सबसे बेहतर मौका होता है, इसलिए लोगों ने छककर शराब पीने का लुत्फ भी उठाया। आखिर ऐसा करें भी क्यों नहीं, होली के दिन तो पीने के लिए खास होता है। खास बात यह है कि हर बार की तरह इस बार भी लोगों ने एन्जॉय करने के लिए पहले से ही शराब की खरीदारी शुरू कर दी थी। फिर, इस बार जमकर शराब की बिक्री भी हुई।

एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि इस साल के राजस्व संग्रह से कहीं बेहतर इस बार मार्च का राजस्व संग्रह रहा। 6 मार्च को 58 करोड़ की 26 लाख बोतलें बिकीं। वहीं, 1 मार्च को शराब की 15।2 लाख बोतलें 27।9 करोड़ रुपए की बिकीं, 2 मार्च को 26।5 करोड़ रुपए की 14।6 लाख बोतलें बिकी, 3 मार्च को 31।9 करोड़ रुपये की 16।5 लाख बोतलें, 4 मार्च को 35।5 करोड़ रुपये की 17।9 लाख बोतलें, 5 मार्च को 46।5 करोड़ रुपये की 22।9 लाख बोतलें और 6 मार्च को 26 लाख बोतलें बिकीं थी, जिनकी कुल कीमत 58।8 करोड़ रुपए थी। जबकि होली के ठीक पहले 7 मार्च को 20  लाख बॉटल शराब की बिक्री का अंदाजा लगाया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत 50 करोड़ रुपए के आसपास हो सकती है। अगर 07 मार्च के आंकड़ों को नहीं जोड़ें तो भी इस महीने अब तक 227 करोड़ की शराब दिल्ली वाले गटक चुके हैं।

अगर, बात करें केवल दिल्ली की तो इस बार शराब प्रेमियों ने खुल कर शराब की खरीदारी की और छककर पी। सिर्फ 6 मार्च यानी सोमवार को ही दिल्ली में लगभग 60 करोड़ रुपए की शराब बिकी। यह दिल्ली के अब तक के इतिहास में शराब बिक्री के एक दिन का रिकॉर्ड है। वहीं, इस महीने की बात की जाए तो होली तक 1 करोड़ 13 लाख शराब की बोतलें बिक चुकी है। इसकी कुल कीमत 227 करोड़ रुपए है। वहीं, इस साल दिल्ली के 5600 दुकानों से राजस्व विभाग ने 6100 करोड़ रुपए के राजस्व की कमाई की है। इसमें 5 हजार करोड़ रुपए शराब की बोतलों पर लगाए जाने वाले एक्साइज फी से जबकि 1100 करोड़ रुपए अन्य टैक्स के रूम में प्राप्त हुए। इन आंकड़ों में दिल्ली के उन 960 रेस्टॉरेंट, होटल और क्लब की बिक्री शामिल नहीं हैं, जहां शराब परोसी जाती है। खास बात यह है कि होली के मौके पर लोग विस्की और बीयर की एक-दो बॉटल नहीं बल्कि कार्टन खरीदते नजर आए। इसके लिए शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी लाईनें भी देखी गई थी। वहीं बात करें ब्रांड की तो, शराब के दुकानदारों ने बताया कि ज्यादातर लोग व्हिस्की, वोदका और स्कॉच खरीद रहे थे। मौसम थोड़ा गर्म होता देखकर कुछ लोगों ने बीयर भी खरीदी। अधिकांश लोगों ने 400 से 1000 रुपए प्रति बोतल वाली शराब खरीदी। दुकानदारों ने बताया कि बहुत महंगी शराबों की बिक्री ज्यादा नहीं हुई। जबकि दिवाली के मौके पर महंगी शराबों की बिक्री अच्छी होती है।

तो भले ही शराब किसी को जेल करवा दे पर पीने वालों को किसी का गम नहीं। उनको इस बात की खुशी तो है कि शराब घोटाला उजागर हुआ और लोगों की गिरफ्तारी हुई पर उनको इससे कोई लेना देना नहीं कि दरअसल उनके शराब आपूर्ति के लिए ही सारी कवायद हुई। हालांकि इसमें नुकसान ग्राहकों का ही होता है। शारीरिक भी और आर्थिक भी और फायदा राजनीतिक दलों का पर फिर भी लत के आगे कोई नियम कायदा कानीन चलता तो मार्च के 8 दिनों में करोड़ों की शराब नहीं बिकती।

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