Tuesday, April 30, 2024
Homeअपनी पत्रिका संग्रहकौन हैं केजरीवाल मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले  नए मंत्री आतिशी और सौरभ 

कौन हैं केजरीवाल मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले  नए मंत्री आतिशी और सौरभ 

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल होली के बाद अपने कैबिनेट का विस्तार कर रहे हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन के इस्तीफा देने के बाद रिक्त हुए स्थानों को भरने के लिहाज से विधायक आतिशी और सौरभ भारद्वाज मंत्रीमंडल में शामिल किया जा रहा है।  सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश से तीन बार लगातार विधायक हैं। वे 49 दिन की केजरीवाल सरकार में 4 बड़े विभागों के मंत्री भी रहे। आतिशी मार्लेना कालका जी विधानसभा से विधायक हैं और दिल्ली से लेकर पंजाब तक लगातार सक्रिय रही हैं। आतिशी मार्लेना केजरीवाल सरकार में मंत्री बनने वाली पहली महिला होंगी। 

नई दिल्ली, 9 मार्च। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की अरविंद केजरीवाल सरकार  के दो मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया जेल जाने के बाद इस्तीफा दे चुके हैं। इसके बाद अब इनके खाली हुए विभागों में नए मंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है।  जिन दो नामों पर सबसे ज्यादा चर्चा है वे आप विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना दिल्ली कैबिनेट में फेरबदल होने जा रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट मंत्री बनाने के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना को आप विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना के नाम भेजे।

मंत्री बनने वाले सौरभ भारद्वाज को सरकार और संगठन का अच्छा अनुभव है। डॉ। सौरभ भारद्वाज दिल्ली की ग्रेटर कैलाश विधानसभा से साल 2020 में लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए थे। पहली बार 2013 में पहली बार विधायक चुने गए और 49 दिन की केजरीवाल सरकार में 4 बड़े विभागों के मंत्री भी रहे। भारद्वाज के पास परिवहन, खाद्य और आपूर्ति, पर्यावरण और जीएडी विभाग थे। साल 2015 में भी विधायक वह ग्रेटर कैलाश से विधायक चुने गए। इस बार उनको मंत्री नहीं बनाया गया।  तीसरी बार भारद्वाज 2020 में भी विधायक चुने गए। वर्ष 2022 में सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष चुने गए।  आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर भी पिछले कुछ समय से प्रभावी साबित हुए हैं।खास बात यह है कि सौरभ भारद्वाज के पास सरकार और संगठन दोनों का अनुभव है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर भी उनका काम अच्छा माना जाता रहा है। उनके पास सरकार और संगठन दोनों का अच्छा खासा अनुभव है। ऐसे में पार्टी इसका भी लाभ लेना चाहेगी।

वहीं दूसरी मंत्री आतिशी ने 2019 में पूर्वी दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पायीं। इसके बाद उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में कालका जी विधानसभा से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत मिली। केजरीवाल सरकार की ऐज्युकेशन पॉलिसी तैयार करने में उनका काफी अहम रोल रहा है। वे शिक्षा के क्षेत्र में सिसोदिया के साथ काम कर चुकी हैं।  वे पार्टी के साथ शुरू से जुड़ी हुई हैं और उन्हें पार्टी के सबसे भरोसेमंद नेताओं में माना जाता है। वह केजरीवाल कैबिनेट में पहली महिला मंत्री हैं क्योंकि इस समय दिल्ली सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments