Sunday, April 28, 2024
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Indian Politics : अखिलेश ही नहीं अभी और भी विपक्षी नेताओं के बदलेंगे सुर !

चरण सिंह राजपूत 
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की जुबानी जंग कोई मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर नहीं है, यह सब बीजेपी का खेल है। सपा ही नहीं अभी कई दलों और कई नेताओं के सुर लोकसभा चुनाव से पहले बदलने वाले हैं। दरअसल मोदी सरकार ने विपक्षी नेताओं की कमजोरी पकड़ रखी है। या तो विपक्षी दल बीजेपी के हिसाब से चलें नहीं तो इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी को उनके पीछे लगा दिया जाता है। एनसीपी के नेता अजित पवार का उदाहरण सबसे बड़ा है। मनीष सिसोदिया के बाद संजय सिंह की गिरफ्तारी, ममता बनर्जी के भतीजे और डीएमके सांसद पर इनकम टैक्स का शिकंजा बीजेपी की रणनीति का ही हिस्सा है। मायावती को चुप कर रखा है और समाजवादी पार्टी पर भी बड़ा दबाव है। बीजेपी की रणनीति है कि क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस से न मिलने दिया जाये। यही वजह है कि मायावती और अखिलेश यादव बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस पर मुखर रहते हैं। कांग्रेस भी इसी रणनीति पर काम कर रही है कि यदि क्षेत्रीय दल नखरे दिखाएं तो फिर अकेले लड़ा जाये। अब अखिलेश यादव जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर कांग्रेस पर आक्रामक हैं। अब अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर तंज कसा है, अखिलेश ने कहा कि ये चमत्कार है कि आज कांग्रेस भी इसकी मांग कर रही है।

अखिलेश यादव वे कहा कि, “जातीय जनगणना को लेकर तो कांग्रेस पार्टी अब मुखर हुई है, ये वहीं कांग्रेस पार्टी है, जिसने जातीय जनगणना के आंकड़े नहीं दिए। जातीय जनगणना नहीं होने दी, ये चमत्कार है, क्योंकि सबको एहसास हो गया है जब तक पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक भाईयों को साथ नहीं लिया तो आप कामयाब नहीं होगे, प्रधानमंत्री खुद यही कहते हैं, हम पिछड़े हैं.”

जातीय जनगणना को लेकर कसा तंज

अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि “अब अगर पिछड़े, दलित और आदिवासी कुछ अगड़े भी कुछ जातीय जनगणना मांग रहे हैं तो इसमें क्या बात है. ये तो चमत्कार इसलिए है कि कांग्रेस पार्टी भी इस चमत्कार में आ गई है कि उन्हें भी जातीय जनगणना चाहिए. क्योंकि उन्हें पता है कि जो वोट वो ढूंढते रहे थे  वो तो अब उनके साथ ही नहीं है.”

 

सपा-कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच ये तल्खी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद से बढ़ी हुई हैं। कांग्रेस ने एमपी में सपा को एक भी सीट नहीं दी है, जिसके बाद दोनों तरफ से एक दूसरे के खिलाफ खुलकर बयानबाजी हो रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तो कांग्रेस पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि कांग्रेस ने उनके साथ जैसे व्यवहार मध्य प्रदेश में किया है, वैसा ही व्यवहार उन्हें यूपी में भी देखने को मिलेगा, क्योंकि वहां पर सपा विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है।

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