सहारा इंडिया से भुगतान के लिए देशभर में आंदोलन तो चल ही रहा है साथ ही लोकसभा के साथ ही विभिन्न विधानसभाओं में सहारा भुगतान का मामला उठाया जा रहा है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड के साथ ही अब उत्तर प्रदेश मे सहारा पीड़ितों का मुद्दा उठा। उत्तर में सहारा भुगतान का मामला विधायक विवेकानंद पाण्डेय ने उठाया। विवेकानंद पांडेय ने कहा कि ठेली पटरी वालों के साथ ही दूसरे आम लोगों ने अपनी जमा पूंजी सहारा में लगा दी। अब उन्हें वह धनराशि नहीं मिल मिल रही है। उन्होंने कहा कि सहारा निवेशक आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने मांग की या तो प्रदेश सरकार नहीं तो केंद्र सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सहारा निवेशकों का भुगतान कराये।
अपनी पत्रिका ब्यूरो
दरअसल सहारा भुगतान का मामला लगातार उठाया जा रहा है पर निवेशकों को उनका भुगतान नहीं मिल पा रहा है। सहारा पर निवेशकों का दो लाख करोड़ से ऊपर का बकाया बताया जा रहा है। सहारा निवेशक रोज आंदोलन कर रहे हैं पर उनकी कोई नहीं सुन रहा है। सहारा के चेयरमैन ने कह दिया है सेबी पर उनका 25 हजार करोड़ रुपए जमा हैं। सेबी से पैसा मिलते हुए हर किसी का भुगतान मिल जाएगा। पर सेबी से पैसा मिलना मुश्किल ही लग रहा है। ऐसे में कहा जा सकता है निवेशकों के पैसे मिलने में बड़े पेंच हैं।
Comments are closed.