Monday, May 6, 2024
Homeअपनी पत्रिका संग्रहजी 20 में भारत कर रहा है मित्र देशों का स्वागत, वैश्विक परिदृश्य में...

जी 20 में भारत कर रहा है मित्र देशों का स्वागत, वैश्विक परिदृश्य में भारत बन रहा है बड़ा खिलाड़ी 

नई दिल्ली, 2 मार्च। इंडानेशिया के बाली में हुए शिखर सम्मेलन के बाद जी 20 जैसे  प्रभावशाली संगठन का नेतृत्व इंडोनेशिया से भारत को दिया और तभी से पूरे विश्व की निगाहे भारत पर हैं। फिलहाल भारत की अध्यक्षता में जी-20 के देशों के विदेश मंत्रीयों की बैठक दिल्ली में है। विदेश मंत्रियों की इस बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर कर रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक यह भारत के वैश्विक नेतृत्व और भारतीय विदेश नीति के लिए बहुत महत्वपूर्ण मौका साबित होगा।  साथ ही दुनिया को यह संदेश जाएगा कि वैश्विक परिदृश्य में भारत एक बड़ा खिलाड़ी बनकर उभर रहा है। 

India is welcoming friendly countries in G20, India is becoming a big player in global scenario

जी 20 में भारत का कार्यकाल 1 दिसंबर, 2022 से हुआ। पीएम मोदी ने जी-20  के लोगों का अनावरण करते हुए पिछले दिनों कहा था कि भारत यह अध्यक्षता ऐसे समय पर ले रहा है जब दुनिया में संकट है और अव्यवस्था के हालात हैं। दुनिया इस समय सदी में एक बार आने वाली महामारी के बाद के असर से जूझ रही है। इसके अलावा संघर्ष चल रहे हैं और व्यापक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता बनी हुई है। कोरोना महामारी और अब रूस-यूक्रेन युद्ध का वैश्विक स्तर पर असर पड़ा है। इससे खाद्यान, फर्टिलाइजर, ऊर्जा, कर्ज, सप्लाई चेन में बाधा जैसे संकट पैदा हो गए हैं।

कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जहां विकासशील हो या विकसित, दुनिया के ज्यादातर देश इन चुनौतियों से निपट पाने में काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। वहीं भारत के साहसिक और दूरदर्शी नेतृत्व तथा समझदारीभरी नीतियों ने अब तक इन चुनौतियों को अच्‍छे निपटा है। जी-20 एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय मंच है जिसमें औद्योगिक, विकासशील देश और यूरोपीय संघ तीनों ही शामिल हैं।  इसका मुख्य लक्ष्य वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्‍तीय ढांचे के सामने आने वाली चुनौतियों जलवायु परिवर्तन आदि का सामना करना है।

भारत अपनी अध्यक्षता के दौरान एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य के सिद्धांत पर काम करेगा। यह भारत के ‘वसुधैव कुटुंबक’ के सिद्धांत पर आधारित है। भारत यह सुनिश्चित करेगा कि जी-20 अपने मूल उद्देश्य वित्तीय और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के मिशन पर बना रहे। साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे भू- राजनीतिक मुद्दे का व्यापक अजेंडे पर असर नहीं पड़ने दे। भारत ने ऐलान किया है कि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान देशभर में 200 कार्यक्रम होंगे। भारत ने बांग्लादेश, मिस्र, मारिशस, नीदरलैंड, ओमान, सिंगापुर और यूएई को ‘अतिथि देशों’ के रूप में आमंत्रित किया है। भारत अगर सालभर अच्‍छे से कार्यक्रम करता है तो इससे देश का मान बढ़ेगा और दुनिया में प्रभाव भी बढ़ेगा। भारत के बाद ब्राजील नवंबर 2023 में जी-20 का अध्यक्ष बनेगा।

बीस वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर्स का समूह जी 20, और बीस का समूह के रूप में भी जाना जाता है, जो कि विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रीयों और केंद्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संगठन है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। जिसका प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष और यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा किया है। 17 वें जी-२० शिखर सम्मेलन का आयोजन 15 और 16 जुलाई 2023 को दिल्ली (भारत) में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संपन्न होगा । इस वर्ष 2023 में विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो में 23 से 25 फरवरी तक G 20 शिखर सम्मेलन की बैठक चलेगी।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments