भारत सरकार की शांतिपूर्ण तरीके से देश को एकजुट बनाए रखने की नीति के कारण विदेशी इशारों पर चल रहे खालिस्तानियों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। वे अब निरंतर ऑस्ट्रेलिया, कैनेडा, पंजाब सहित विभिन्न स्थानों पर भारत सरकार के कार्यालय और हिंदू समुदाय पर हमले कर रहे हैं। बुधवार को खालिस्तान समर्थकों ने हिमाकत करते हुए इंडियन कॉन्स्युलेट के मेन गेट को जबरदस्ती ब्लॉक कर दिया। यह कॉन्स्युलेट ब्रिस्बेन के सबअर्बन एरिया तारिंगा में है।
नई दिल्ली, 18 मार्च। रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तान समर्थक एक झुंड में पोस्टर, झंडे और बैनर लेकर यहां पहुंचे। वे कॉन्स्युलेट में प्रवेश कर रहे लोगों को अंदर नहीं आने दे रहे थे । इसके कारण कॉन्स्युलेट में काम नहीं हो पाया। आपको बता दें कि २२ फरवरी को कॉन्स्युलेट की प्रमुख अर्चना सिंह जब ऑफिस पहुंची थीं, तब उन्हें कैम्पस में खालिस्तान के कुछ झंडे मिले थे। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।
इससे पहले १८ फरवरी को खालिस्तानियों ने यहां रहने वाले हिंदुओं को धमकाया था। उन्होंने मुरुगन मंदिर सहित तीन हिंदू मंदिरों को निशाना भी बनाया था। ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय ने इस प्रकार की हरकतों की कड़ी निंदा की है और सरकार से उनके खिलाफ सख़्त कार्रवाई की मांग की है। हिंदू ह्यूमन राइट्स की निदेशक सराह गेट्स ने कहा- इंडियन कॉन्स्युलेट को जबरदस्ती बंद कराया गया। यहां सिख फॉर जस्टिस के खालिस्तान समर्थक प्रोपेगैंडा चला रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले ही हफ्ते ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज भारत दौरे पर आए थे। मीडिया बीफ्रिंग के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भरोसा दिलाया था कि मंदिरों और भारतीयों पर हमलों के मामलों में खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।