नेहा राठौर
कृषि क़ानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने वाले हैं, लेकिन इस आंदोलन के खत्म होने का कोई आसार नज़र नहीं आ रहे है। चुनावों की तैयारियों में व्यस्त सरकार का ध्यान अपनी तरफ करने के लिए सिंधु बॉर्डर पर बैठे किसान संगठनों ने आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है। किसान संगठनों ने 6 मार्च को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक के एमपी एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक जाम कर विरोध जताने का फैसला किया है।
किसानों की योजना अनुसार 6 मार्च को देशभर में अलग- अलग जगह कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के लिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं जोड़ा जा रहा है। गर्मी के चलते आंदोलन में पीने के पानी, छबील और गन्ने के रस की व्यवस्था की गई है, इतना ही नहीं किसानों ने प्रदर्शन स्थल पर बोरवेल का भी इंतज़ाम कर लिया है।
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आंदोलन को तिव्र करने के लिए किसान दिल्ली के अंदर से समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए किसानों ने दिल्ली प्रदेश किसान मज़दूर मोर्चा का गठन किया है। इस मोर्चे की मदद से दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में महापंचायत करने की भी योजना बना ली गई है। इस आंदोलन में महिलाओं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।
पुलिस की तैयारी
ऐलान के बाद पुलिस ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। पुलिस ने जीटी करनाल रोड पर दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्ता तो पहले ही बंद कर रखा था। अब सिंधु बॉर्डर गांव के बीच में से कोंडली चौकी की तरफ जाने वाला रास्ता को भी सीमेंट के बैरिकेट लगाकर बंद कर दिया गया है। अब यहां सिर्फ दो पहिये की गाड़ी ही जा सकती है। कार और बाकी चार पहिये की गाड़ियों को जोंती टोल से जीटी करनाल रोड से होकर जाना होगा। सिंघु बॉर्डर के निवासियों को ज्यादा परेशानी न हो इसलिए गांव में पानी देने के लिए दो जगह खोद दी गई है।
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