पहलवानों ने जंतर-मंतर पर हुए दुर्व्यवहार के बाद मेडल वापस करने की दी धमकी, सुप्रीम कोर्ट ने बंद की सुनवाई
Wrestlers demand action against those who misbehaved at Jantar Mantar
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर बुधवार रात प्रदर्शन स्थल पर उनके साथ कथित मारपीट के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पत्र में उन्होंने विरोध प्रदर्शन में वाटरप्रूफ टेंट, बिस्तर, जिम के उपकरण, कुश्ती मैट और साउंड सिस्टम लाने की अनुमति भी मांगी है।
इसके पहले एक बयान में बजरंग पुनिया ने कहा था कि अगर पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ मारपीट करके उनके सम्मान को चूर किया जा रहा है तो ऐसे मेडल सरकार वापस ले ले। साथ ही पहलवान चाहते हैं कि उनको उचित सुरक्षा दी जाए और बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाए।
पत्र में उन्होंने लिखा है, हम, ओलंपियन और अंतर्राष्ट्रीय पहलवान, पिछले ११ दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं। (बुधवार रात) लगभग ११ बजे, हम रात में रुकने के लिए सुविधाओं की व्यवस्था कर रहे थे, जब दिल्ली पुलिस के एसीपी धर्मेंद्र ने लगभग १०० पुलिस कर्मियों के साथ हम पर हमला किया। हमले में दुष्यंत फोगाट और राहुल यादव के सिर पर चोट आई है। पहलवानों ने आरोप लगाया कि एसीपी ने ओलंपियन विनेश फोगाट को गालियां दीं, जबकि साक्षी मलिक और संगीता फोगाट को पुलिस ने पीटा। उन्होंने कहा, इस तरह से अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों पर हमला करना और उनका अपमान करना एथलीटों का मनोबल तोड़ने वाला है। यह उनके आत्मविश्वास को कम करता है। इससे देश की भी बदनामी हो रही है। हम आपसे तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं।