लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लखनऊ में अपने दूसरे कार्यक्रम में सरकार के कामकाज का ब्यौरा पेश किया। काल्विन तालुकेदार्स कालेज में मोदी ने ई-रिक्शा वितरण कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करने के साथ ही रिक्शा चालकों के साथ चैपाल में मन की बात भी की। ई-रिक्शा वितरण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार एक के बाद एक कदम जिस प्रकार से उठा रही है उससे कम समय में विश्व ने स्वीकार किया है कि दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है। दुनिया में मंदी का दौर है। बड़े देश भी मंदी के शिकार हैं। ऐसे समय में भारत ऐसा देश है जिसने न सिर्फ स्थिति को सुदृढ़ बनाया है बल्कि तेज गति से आगे बढ़ रहा है। विश्व बैंक से लेकर दुनिया के अर्थशास्त्री इसे स्वीकार कर रहे हैं। यह मानते भी है कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन हमारा लक्ष्य दुनिया की तेज से गति बढने वाली इकोनामी बनना नहीं है। हमारा लक्ष्य गरीबी खत्म करना है। नौजवानों को रोजगार देना है। हमारी युवा पीढ़ी अपने पैरों पर खड़ी रहे। हमारी कोशिश है कि देश का नौजवान नौकरी तलाशने के लिए ठोकरे खाने के स्थान पर इससे बाहर आकर अपना रोजगार शुरू करें और दूसरे को भी मदद दें। अपने बल बूते पर आप भी विकास में भागीदार बनना, अपनी मेहनत से जो कमाएं वह आपके परिवार के जीवन में सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए काम आये। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया। 40 वर्ष हो गए मगर गरीबों के लिए बैंक के दरवाजे नहीं खुले। हमारी सरकार बनने के बाद हमने बीड़ा उठाया। हिन्दुस्तान के गरीब से गरीब व्यक्ति का खाता क्यों न हो, प्रधानमंत्री जन धन योजना न हो। करीब 20 करोड़ नए खाते खोले गये। सारी दुनिया आश्चचर्य चकित है। एक भी पैसा नहीं होगा तब भी खाता खुलेगा। हमारे देश के लोगों की अमीरी देखिए, इन लोगों ने खाते भी खुलवाये और तीन हजार करोड़ रुपए जमा किया। यह है देश के गरीब की ताकत। वह मूल्यों के लिए जीता है। खाता खुलाने के लिए बचत की। मुद्रा योजना लाए। देश में जो छोटे-छोटे लोग हैं, अखबार वाला, फूलवाला, सब्जीवाला, धोबी, नाई हो उन्होंने तो कभी जीवन में सोचा ही नहीं था, उन्हें कारोबार बढ़ाने के लिए बैंक लोन देगा। हमने यह बिना गारंटी लोन दिलाना शुरू किया। अब तक करीब दो करोड़ लोगों को यह लोन मुहैया कराया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग 50 हजार, कुछ लोग दस लाख और कुछ लोगों ने इससे भी ज्यादा लोन लिया है। यह लोग सब लोन मांगने वाले पर भरोसा कर दिया गया। 80 हजार करोड़ रुपया इस काम में लगा दिया गया है। इसका फर्क नजर आने वाला है। कई लोग किराये का रिक्शा चलाते थे। उनको रिक्शा दिया जा रहा है। वह इसके मालिक बनने जा रहे हैं। ब्याज से मुक्ति, किराया से मुक्ति, उनको बीमा की पालिसी दी गयी है। लखनऊ में 40-42 सेंटर बने हैं। दस नये सर्विस सेंटर बन रहे हैं। कितना बड़ा रोजगार को बल दिया जा सकता है। हमारा प्रयास है सामान्य से सामान्य व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा हो। कुछ रिक्शा वालों से बात की। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाएंगे कुछ न कहा कि बचत करेंगे। प्रधानमंत्री जीवन रक्षा योजना, जीवन ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। सुरक्षा कवच मिल रहा है। इनको प्रशिक्षित किया जा रहा है। ई-वीजा मिल रहा है। पयर्टन को बढ़ावा दिया जा रहा है। पहले की तुलना में ज्यादा लोग आने लगे हैं। उनका पहला मिलना ड्राइवर से होता है, उससे ड्राइवर जो भी व्यवहार करता है, वही छवि लेकर विदेशी साथ जाता है। अगर मदद करता है तो जीवन भर याद रखता है। जो काम प्रधानमंत्री नहीं कर सकता है, वह देश का आटो रिक्शा वाला करता है। भारत की छवि अच्छी बनाने वाले यह ड्राइवर भारत के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में काम करेंगे। यह पूरा एक ट्रांसफरमेशन हो रहा है। बदलाव आ रहा है। एनवायरमेन्ट को लेकर दुनिया परेशान है। पेरिस में मिले थे, माथा खपा रहे थे। मानव पर्यावरण का जो संकट झेल रही, उसे दूर करने में ई-रिक्शा वाला भूमिका निभा रहा है। ई-रिक्शा से लखनऊ के जीवन में ज्यादा बदलाव आएगा। आर्थिक गतिविधि को ताकत मिलेगी। विकास वो हो जो सामान्य जीवन में बदलाव लाए। व्यवस्था ऐसी हो जिसमें नौजवान अपने पैरों पर खड़े होने की ताकत पाए। ई-रिक्शा पाने वालों को शुभकामना, मानता हूं ये जीवन की नई शुरूआत है। देखते ही देखते इनके बच्चे सुख व शांति से जियें, इससे बड़ी खुशी कोई नहीं होगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार आने का मौका मिलेगा। मैं लखनऊ की जनता का आभार जताता हूं कि उन्होंने ऐसा सांसद (राजनाथ सिंह) चुनकर उत्तम गृह मंत्री दिया है।