Friday, October 11, 2024
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मेयर चुनाव-क्या आम आदमी पार्टी की जीत को मुश्किल बना पाएगी बीजेपी?

नई दिल्ली 19 अप्रैल। 26 अप्रैल के होने वाले एमसीडी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर दोनों प्रमुख पार्टियों आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच सियासी उठापटक का सिलसिला तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी इन पदों के लिए मौजूदा महापौर शैली ओबेरॉय और उपमहापौर आले मोहम्मद इकबाल को फिर से मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने आखिरी समय में बीजेपी ने दिल्ली मेयर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बीजेपी ने शिखा राय को मेयर पद, वहीं डिप्टी मेयर पद के लिए सोनी पांडे को उम्मीदवार बनाया है। 

दिल्ली में इस वक्त कई मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी  और भारतीय जनता पार्टी घमासान जारी है। इसी घमासान का असर दिल्ली नगर निगम की सियासत में भी देखने को मिल रहा है। 26 अप्रैल को होने वाले मेयर चुनाव के लिए दोनों ही पाईियों ने कमर कस ली है। दिल्ली नगर निगम के महापौर का एक साल का कार्यकाल अप्रैल में शुरू होता है। एमसीडी एक्ट के प्रावधानों के मुताबिक पहली बार महिला मेयर और दूसरी बार सामान्य वर्ग से कोई प्रत्याशी हो सकता है, लेकिन इसमें कोई बाध्यता नहीं है कि दूसरी बार भी डॉ। शैली को मेयर बनाकर इनके कार्यकाल को आगे बढ़ाया जाए। वैसे तमाम सियासी घटनाक्रम के बाद डॉक्टर शैली ओबेरॉय मेयर बनने के बाद बहुत कम दिनों के कार्यकाल में जनता से सीधी जुड़ी और कई विषयों को लेकर बड़े निर्णय भी लिए। दिल्ली एमसीडी स्कूल से संबंधित निर्णय, विभागों के साथ उच्च स्तरीय बैठक, आम जनमानस के मुद्दों पर सीधी सुनवाई की वजह से यह कहा जा रहा है कि दिल्ली एमसीडी में अफसरों के काम करने के तरीको में बदलाव देखा जा रहा है। जिसके बाद यह संभावना जताई जा रही है कि एमसीडी में जिम्मेदारी निभाने के लिए डॉक्टर शैली को और समय दिया जा सकता है।

दिल्ली नगर निगम चुनाव में 250 सीटों में बीजेपी को 104 सीटों पर जीत मिली थी वहीं AAP को 134 सीटें मिली थी। मेयर चुनाव से पहले बीजेपी के दो पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए थे और उसके पार्षदों की संख्या बढ़कर 106 हो गई थी। फरवरी में मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए प्रत्याशी उतारे लेकिन 22 फरवरी के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी हार गए। पिछली बार मेयर के लिए रेखा गुप्ता और डिप्टी मेयर के लिए कमल बागड़ी को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था। इस बार बीजेपी ने उम्मीदवार बदले हैं और इस चुनाव में जाकर उसका मैसेज क्लियर है कि AAP को यहां वॉकओवर नहीं मिलेगा। इस बार भी संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मेयर डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर खींचातानी देखने को मिल सकता है। क्योंकि वर्तमान में भी आम आदमी पार्टी और बीजेपी कई विषयों को लेकर आमने-सामने है। प्रतिदिन पार्टियों के नेता पोस्टर वार और ट्विटर के जरिए एक-दूसरे पर हमला करते हुए देखे जा रहे हैं। बीजेपी की अंतिम समय तक यह कोशिश करेगी कि वो आप मेयर प्रत्याशी को चुनाव में मात दे दे।

 

 

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