एक ओर भाजपा कह रही है कि अरविंद केजरीवाल बहुत जल्द जेल में मनीष सिसोदिया के साथ होंगे। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा पहले ‘मनगढ़ंत’ आबकारी नीति मामले में और अब सीएम निवास के रेनावेशन को लेकर अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश रच रही है।
शराब घोटाले पर आम आदमी पार्टी की सरकार को अभी क्लीन चिट मिली भी नहीं है कि एक और घोटाला उनके नाम हो गया। इस बार उस घोटाले में सीधे तौर पर सीएम एरविंद केजरीवाल को शामिल बताया जा रहा है। वह घोटाना है उनके घर के रेनावेशन का। भाजपा का कहना है कि सीधे तौर पर यह घोटाला नजर नहीं आएगा पर पड़ताल के साथ साफ हो जाएगा कि यह भी एक बड़ा घोटाला ही है। सीएम केजरीवाल के दो मंत्री समेत कई नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं फिर भी दिल्ली के सीएम खुद को घोर ईमानदार ही बता रहे हैं। जेल में बंद नेताओं की अनदेखी कर कहते हैं भ्रष्टाचार तो हुआ ही नहीं। वो बेईमान तो कोई ईमानदार नहीं। क्या है सच अरविंद केजरीवाल की कट्टर ईमानदारी का। पड़ताल करती रिपोर्ट-
अरविंद केजरीवाल पर पद का दुरूपयोग करके 45 करोड़ घर के रेनोनेशन में खर्च करने का आरोप है। अब अरविंद केजरीवाल के सरकारी घर के रिनोवेशन पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए जाने के आरोप को लेकर भाजपा ने हमला तेज कर दिया है। गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के घर के रिनोवेशन पर हुए खर्च के खुलासे से दिल्ली स्तब्ध है। यह खुलासा साफ-साफ आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार के मुखौटे को बेनकाब करता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने आप के दावों पर विश्वास किया था लेकिन आज दिल्ली की जनता खुद को छला हुआ और ठगा हुआ महसूस कर रही है। डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को कौन सी हवा लगी जिसके लिए उन्हें लाखों रुपये के पंखे की ही हवा चाहिए थी। वह दिल्ली पीडबल्यूडी वो क्लॉज़ कॉट करके बताएं जिसके तहत विदेशी मार्बल लगाने का अधिकार था और बैगैर इनकी अनुमति के किया गया। यह कौनसे परदे को छुपाना चाहते थे जो लाखों के परदे लगे?
बीजेपी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल कहते हैं कि अगर अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट है तो इस दुनिया में कोई भी ईमानदार नहीं है. इससे पहले, बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर कथित शराब नीति घोटाले का ‘मास्टरमाइंड’ होने का आरोप लगाया. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अरविंद केजरीवाल उस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें इस शराब घोटाले की साजिश रची गई थी. जैसे जैसे जुड़ रही है कड़ी, अरविंद केजरीवाल के पास आ रही है हथकड़ी. जैसे ही अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने तलब किया, वह डर से कांपने लगे. शराब घोटाले के सरगना अरविंद केजरीवाल हैं, अब तक की जांच से यही पता चलता है. आप (अरविंद केजरीवाल) इन सवालों का जवाब क्यों नहीं देते? आप पॉलीग्राफ टेस्ट या लाई डिटेक्टर टेस्ट क्यों नहीं कराते?’
इसके पहले दिल्ली सरकार के विजिलेंस डिपार्टमेंट ने राजधानी के स्कूलों में बड़े घोटाले का दावा किया है। विभाग का कहना है कि दिल्ली के 193 सरकारी स्कूलों में 2,405 क्लास रूम बनाने के दौरान केजरीवाल सरकार ने जमकर भ्रष्टाचार किया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक 1300 करोड़ के घोटाले की रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंप दी गई है। साथ ही सरकारी एजेंसी के जरिए इसकी जांच की मांग भी की है। अप्रैल 2015 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीडब्ल्यूडी को दिल्ली के 193 सरकारी स्कूलों में 2405 एक्स्ट्रा क्लासरूम बनाने का निर्देश दिया था। विजिलेंस ने क्लासरूम बनाने की जरूरत का पता लगाने के लिए एक सर्वे किया और इसके आधार पर 194 स्कूलों में 7180 इक्विलेंट क्लासरूम बनाए जाने का अनुमान लगाया। जो 2405 क्लासेस के मुकाबले तीन गुना था। सीवीए ने 17 फरवरी 2020 की एक रिपोर्ट में पीडब्ल्यूडी के दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हुए भ्रष्टाचार को बताया।
इतने आरोपों पर सिर्फ यह कहकर की बीजेपी साजिश है क्या इस बार केजरीवाल बच पाएंगे। क्या दिल्ली की जनता उनकी बात पर भरोसा करेगी। यह सब तो अगले चुनानों में ही साफ होगा पर अगर इनमें से एक भी आरोप सही साबित हो गया तो केजरीवाल की कुर्सी भी खतरे में पड़ सकती है यह बात आम आदमी पार्टी भी जानती है। इसलिए वह भी अपना पूरा जोर बीजेपी को खासकर प्रधानमंत्री को निशना बनाने पर लगा रही है ताकि बीजेपी पर भी बराबर दबाव बना रहे।