Sunday, May 5, 2024
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श्रद्धा-अंजन और अब निक्की, दिल्ली को दहलाने वाले हत्याकांड का लव जिहाद कनेक्शन

दिल्ली में श्रद्धा मर्डर केस के बाद अंजन दास हत्याकांड और निक्की यादव मर्डर केस सामने आए हैं। इन तीनों मर्डर केस का एक खास कनेक्शन है। तीनों ही हत्याकांड में हत्यारे एक खास समुदाय से हैं और शव को रखने के लिए फ्रिज का इस्तेमाल किया था। इसीलिए अब वीएचपी और बजरंगदल जैसी संस्थाएं इसकी जांच लव जिहाद एंगल से करने की माग कर रही हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में श्रद्धा मर्डर केस के बाद अंजन दास हत्याकांड और निक्की मर्डर केस ने लोगों को दहला कर रख दिया है। तीनों मर्डर केस का खास कनेक्शन भी ढूढ़ा जाने लगा है और इत्तेफाकन इसमें कनेक्शन निकला भी है जो चौकाने वाला और नींद से जगाने वाला है। तीनों ही हत्याकांड में हत्यारे विशेष समुदाय से हैं और शव को रखने के लिए फ्रिज का इस्तेमाल किया गया था। खूंखार हत्यारों ने शव को ठिकाने लगाने से पहले शव को फ्रिज में रखना मुनासिब समझा था।

ताजा मामला निक्की यादव का है। दिल्ली पुलिस ने 14 फरवरी 2023 को बाबा हरिदास नगर इलाके में हुए हत्याकांड का पर्दाफाश किया। पुलिस ने बताया कि निक्की यादव नाम की लड़की की हत्या कार में गला घोंटकर की गई थी। इसके बाद आरोपित साहिल गहलोत ने युवती का शव अपने ही ढाबे के फ्रिज में छुपा दिया था। पुलिस ने बताया की आरोपित साहिल गहलोत और मृतका के बीच प्रेम प्रसंग का मामला था। आरोपित साहिल ने युवती की हत्या करने के बाद बाद किसी और लड़की से शादी भी कर ली थी।

श्रद्धा मर्डर केस ने साल 2022 के अंत तक कई सुर्खियां बटोरी। आरोपित आफताब ने अपने ही लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर को मौत के घाट उतारा था। आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने से पहले शव को फ्रिज में रखा था। इसके बाद धीरे-धीरे करके शव के टुकड़े करके उसने ठिकाने लगाया। श्रद्धा वालकर के शव के टुकड़ों को आफताब ने महरौली और गुरुग्राम के जंगलों में फेंका था।

दिल्ली में श्रद्धा हत्याकांड के बाद उसके जैसी ही एक और वारदात हुई थी, जिससे दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठाए गए थे। यह मामला दिल्ली के पांडव नगर का था, जहां पुलिस को रामलीला मैदान से लगातार इंसानी शरीर के कई टुकड़े मिले थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खुलासा करते हुए बताया था कि शव के जो टुकड़े मिल रहे थे, वह अंजन दास के थे। अंजन बिहार के रहने वाले थे। उनकी पत्नी पूनम और बेटे दीपक ने ही इस हत्या को अंजाम दिया था। क्राइम ब्रांच की 5 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद इस मामले का खुलासा हुआ था। पुलिस ने बताया था कि पहले अंजन को नशीली दवा दी गई थी। नशीली दवाई देने के बाद अंजन का गला काटा गया था। इसके बाद शव के 10 टुकड़े किए गए थे। फिर शव के टुकड़ों को रेफिजरेटर में रखा गया था।

इसमें लव जिहाद की भी चर्चा हो रही है क्योंकि तीनों ही मामले में हत्यारे खास धर्मावलंबी हैं। लव जिहाद के केस दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं जिसको देखते हुए कई राज्य सरकारें इस पर कड़ा कानून बनाने की और सोच रही है इसमें सबसे पहला नाम है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उन्होंने कुछ दिन पहले ही यह कहा था कि हम लोधी हाथ पर एक कड़ा कानून बनाएंगे और अब खबरें आ रही हैं कि मध्य प्रदेश की सरकार लॉजी हाथ के ऊपर एक कड़ा कानून बना रही है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनेगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी कहा है कि शादी के लिए धर्म परिवर्तन जरूरी नहीं है। इसलिए हम लव जिहाद को सख्ती से रोकने का काम करेंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कि जो लोग नाम और धर्म छिपाकर बहन-बेटियों के साथ खिलवाड़ करते हैं, अगर वो नहीं सुधरे तो उनकी राम नाम सत्य है कि यात्रा निकलने वाली है। लव जिहाद का मुद्दा चर्चा में बना ही रहता है क्योंकि यह किसी राज्य, क्षेत्र या देश का मामला नहीं है बल्कि यह एक विश्वव्यापी मुद्दा है। जहाँ पर भी मुस्लिम समाज अल्पसंख्यक है वहाँ की बहुसंख्यक आबादी की बेटियों को मुस्लिम युवक बहकाकर विवाह कर लेते हैं, फिर उनका धर्मपरिवर्तन करके उन्हें अपने धर्म में शामिल कर लेते हैं। यह मुद्दा उन देशों में है जहाँ मुस्लिम अल्पसंख्यक है। जहाँ मुस्लिम बहुसंख्यक है वहाँ लव-जिहाद की जरूरत नहीं वहां तो पकिस्तान की तरह लड़कियों को जबरदस्ती उठा लिया जाता है और उनका निकाह कर दिया जाता है, धर्म परिवर्तन अपने आप हो जाता है । लव जिहाद है भी तो ऐसे मुद्दे उठाने की कोई हिम्मत भी नहीं कर सकता ।

दुर्भाग्य से भारत में जहां तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के बैनर लिए कई सरकारें आई और गई लेकिन इसे जानबूझकर अनदेखा किया गया इसलिए आज तक इस पर कोई कानून नहीं है, यद्दपि इस की सख्त आवश्यकता बहुत पहले से ही है।सख्त कानून के बावजूद अपराधियों में न तो कानून का डर है न समाज का। अब तो बात लव जिहाद से भी बहुत आगे बढ़ चुकी हैं, अब अपहरण हो रहे हैं, हत्याएं हो रही हैं, जबरदस्ती की जा रही है, इसे जिहाद तो कहा जा सकता है लेकिन लव का नाम इसके साथ जोड़ना शायद लव को शर्मिंदा करना है। जिस तरह से ताबड़तोड़ लव जिहाद के हत्याकांड के मामले सामने आ रहे हैं वह यकीनन समाज में वैमनस्य को बढ़ाने वाले हैं।

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