नेहा राठौर
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जब से मुख्यमंत्री बने है तब से लगातार अपने बयानों के चलते चर्चा में बने हुए हैं। हाल ही में उन्होंने एक बयान दिया है जिसके चलते वे एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं उन्होंने अपने बयान में कहा था कि आजकल महिलाएं फटी जींस पहनकर चल रही हैं, क्या ये सब ठीक है…ये कैसे संस्कार हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बाल अधिकार संरक्षण आयोग की एक कार्यशाला का उद्घाटन किया। इसी दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों में कैसे संस्कार आते हैं, ये अभिभावकों पर निर्भर करता है।
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इसी के साथ उन्होंने एक वाक्या भी सुनाया, उन्होंने कहा, ‘कि एक बार जब वो जहाज से उड़ान भर रहे थे तो उन्होंने देखा कि एक महिला अपने दो बच्चों के साथ बैठी थी, उसने फटी हुई जीन्स पहन रखी थी। जब मैंने उनसे पूछा कि बहनजी आपको कहां जाना है, तो महिला ने जवाब दिया कि मुझे दिल्ली जाना हैं, उनके पति जेएनयू में एक प्रोफेसर हैं और वो खुद भी एक एनजीओ चलाती थीं।’
वाक्य को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह बोले कि मैंने सोचा जो महिला खुद एक एनजीओ चलाती हो और फटी हुई जींस पहनती हो, वह समाज में क्या संस्कृति फैलाती होंगी। जब हम स्कूलों में पढ़ते थे, तो ऐसा नहीं होता था।
पश्चिमी सभ्यता
मुख्यमंत्री ने कहा कि धीरे-धीरे युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ती ही जा रही है। इस नशे समेत बाकी कई बुराइयों से बच्चों को बचाने के लिए हमें उन्हें संस्कारवान बनाना होगा, इसके बाद उन्होंने कहा कि हमें पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित नहीं होना चाहिए। संस्कारी बच्चे जीवन के किसी भी क्षेत्र में असफल नहीं होते। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान श्री राम से की थी।
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