एसीएफ में जनपद की छह लाख जनसंख्या को किया जाएगा कवर, 20 फरवरी से 242 टीमें और 40 से अधिक सुपरवाइजर कार्य को देंगे अंजाम
अपनी पत्रिका ब्यूरो
फिरोजाबाद । देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाने के प्रयास में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत जनपद में 20 फरवरी से सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान (एक्टिव केस फाइंडिंग) एसीएफ की शुरुआत की जाएगी। अभियान के तहत जनपद की 6 लाख से अधिक जनसंख्या को कवर किया जाएगा। अभियान के सफल संचालन के लिए 242 टीमें कार्य को अंजाम देंगी।
सीएमओ डॉ नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह अभियान 20 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा। इसके लिए 242 टीमें बनाई गई हैं जो शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर टीबी रोगियों को खोजेंगी। टीमों के कार्य का सुपरविजन करने के लिए 40 से अधिक सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं।
डीटीओ डॉ. बृजमोहन ने बताया कि यह अभियान दो चरणों में क्रियान्वित किया जाएगा। प्रथम चरण 20 फरवरी से 23 फरवरी के बीच चलेगा दूसरा चरण 24 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा। अभियान में जनपद की 20 फीसद आबादी यानि 6 लाख की जनसंख्या को कवर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर क्षय रोग के साथ ही मधुमेह तथा एचआईवी की स्क्रीनिंग भी करेंगे।
डॉ. ब्रजमोहन ने बताया कि एसीएफ अभियान में जनपद की शहरी व ग्रामीण बस्ती तथा उच्च जोखिम क्षेत्र में घर-घर जांच की जाएगी। इसके अलावा नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, वृद्धाश्रम, मदरसा, नवोदय विद्यालय, ईंट-भट्टा श्रमिक क्षेत्र, फल-सब्जी मंडी तथा सामूहिक स्थलों में भी अभियान चलाया जाएगा।
डीपीपीसीएम मनीष यादव ने बताया कि एसीएस अभियान के अंतर्गत खोजे गए संभावित क्षय रोगियों का जिला क्षय रोग अधिकारी पर्यवेक्षण-समीक्षा एवं मूल्यांकन करेंगे। मरीजों का ब्यौरा निक्षय पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान होने से उपचार भी जल्द शुरू हो जाता है। इससे न सिर्फ़ रोगी जल्दी ठीक हो जाता है बल्कि रोगी के संपर्क में आने वाले लोग भी संक्रमण से प्रभावित नहीं होते हैं।