Tuesday, May 7, 2024
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रेल नेटवर्क को प्रदूषण मुक्त बनाने की तैयारी

खुशबू काबरा

नई दिल्ली। भारत रेलवे नेटवर्क विश्व का सबसे बड़ा प्रषदूण मुक्त नेटवर्क बनने के लिए अग्रसर है। ऐसा बोला जा रहा है कि अगले तीन वर्षों में ट्रेनें डीजल मुक्त हो जाएंगी, जिसके चलते पर्यावरण में प्रदूषण कम हो जाएगा, जिससे बड़ी राहत मिलेगी। भारतीय रेल को पूरा आत्मनिर्भर बनाने के लिए और यात्रियों को बहतर सुविधा देने के लिए रेल मंत्री पीयुष गोयल ने कहा कि 2030 तक रेलवे सेमी बुलेट और बुलेट सेवा देने में कामयाब हो जाएगा।

ऐसे में भाजपा कार्यालय में पहुंचे पीयुष गोयल ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के रेलवे प्रस्ताव को देखकर वह बहुत प्रसन्न है। ऐसे में विश्व का पहला प्रदूषण रहित रेलवे वर्ष 2030 तक बन जाएगा। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का काम अहमदाबाद की ओर से शुरू करने के लिए निविदाएं दी जा चुकी हैं। गुजरात में परियोजना के लिए जरूरी भूमि में 90 प्रतिशत का अधिग्रहण हो गया है। वहीं महाराष्ट्र में भूमि न मिलने के कारण इस परियोजना का काम अभी लगभग ठप है, जिसमें तेजी लाने के लिए राज्य सरकार से वार्ता की जा रही है।

आपको बता दें कि देश में 7 रुटों पर ये बुलेट ट्रेन चलाने कि संभावना हैं, इसकी तैयारियां भी जारी हैं। ऐसे में बिजली और नवीकरण ऊर्जा को लेके केंद्र सरकार समर्थकों में से एक हैं। यही कारण है कि वर्ष 2030 तक नवीकरण ऊर्जा द्वारा 45,00,000 मेगावाट बिजली उत्पादन का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही इस अवधि तक बिजली चलित वाहनों को देशभर में चलाने का प्रयत्न किया जा रहा है। अगले 10 वर्षों में देश में भी पूरी तरह से बिजली आधारित दुपहिया और चौपहिया वाहनों का भी उत्पादन और चलाने का कार्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए बड़े स्तर पर अनुदान देने का प्रस्ताव है।

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