पत्रिका सवांददाता
दिल्ली। अपने आप को कर्जे से फ्री करने के लिए उसने अपनी ही सगी मौसी के बेटे जा अपहरण करवाया और दो लाख रुपयो की फिरौती की मांग की। अशोक अशोक विहार पुलिस ने 28 मार्च को हुयी किडनैपिंग की गुत्थी को सुलझाते हुए इस कलयुगी भाई समेत 3 लीगों को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है साथ ही 10 साल के बच्चे को भी यूपी सेसकुशल बरामद कर लिया।
घटना गत शनिवार की है। वज़ीर पुर औद्योगिक क्षेत्र के रहने वाल मुहम्मद अब्दुल अज़ीज़ ने अशोक विहार थाने में शिकायत की कि उसका 10 साल का बेटा वाशिद का अपहरण गया है। अपहरणकर्ताओं ने फोन कर 2 लाख रुपये की फिरौती की मांग की है। इस शिकायत पर नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ने एसीपी इक़बाल , एसएचओ सत्यप्रकाश की निगरानी और की अगुवाई में टीम बनाई। इस टीम में इंस्पेकटर राम कुमार मान , एसआई उमेश राणा , संदीप कुमार, पुनीत ग्रेवाल , हवलदलर जीत सिंह , सुभाष चंद सहित कुछ सिपाही भी थे।
अपहरणकर्ताओं ने वाशिद के पिता को तीन बार फिरौती के लिए अलग अलग जहां से कॉल की। कॉल डिटेल पीछा करते हुए पुलिस ने आदिल पुत्र खालिद नाम के युवक को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह फिरौती की रकम लेने यूपी रुड़की बस स्टेण्ड पर आया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने कुल तीन लोग गिरफ्तार किये। इनमें 30 साल का रियाज़ वाशिद का मौसेरा भाई है। यूपी का रहने वाल रियाज़ काम लिए अक्सर अपने मौसा के की दूकान पर मीट कटाने आता था। रियाज़ के सर पर करीब 50 हज़ार कर कर्ज़ा था – कर्जदारों का दबाव बढ़ा तो उसने पाने एक साथी आदिल के साथ मिलकर अपने मौसेरे भाई के अपहरण की योजना बनाई। रियाज़ खुद कभी सामने नहीं आया। उसने आदिल नाम के दो लडको को शामिल किया।
आदिल खुद वाशिद को बहलाफुसलाकर मोटरसाईकल पर ही रुड़की ले गया और वहां उसे अपनी किसी जानकार बुजुर्ग महिला के घर ठहरा दिया। महिला को भी नहीं मालूम की वाशिद को ये किडनेप करके लाएं है। पुलिस के कई टीम इस ऑपरेशन में लगी थी। पुलिस ने न केवल तीनो को गिरफ्तार किया बल्कि वाशिद शकुशल छुड़ा लिया।
पुलिस इन्हे गिरफ्तार कर इनके कब्जे से कई मोबाइल और वारदात में शामिल मोटरसाईकल बरामद कर इन्हे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।