खालिस्तान समर्थक अमृतपाल गिरफ़्तार, एक दर्जन साथी भी दबोचे, पूरे पंजाब में 20 मार्च तक इंटरनेट बंद
Khalistan supporter Amritpal arrested, a dozen companions also caught, internet shut down in entire Punjab till March 20
पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए खालिस्तान समर्थक और संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अमृतपाल की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। अमृतपाल सिंह के साथियों से 12 बोरे की 193 काटरिज बरामद हुई है। अमृतसर के एसएसपी ने इस बात का खुलासा किया है। जालंधर पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने बताया कि, अमृतपाल सिंह के सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जल्द ही उसको भी अरेस्ट कर लेंगे। इंविस्टिगेशन जारी है।
जालंधर,19 मार्च। खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। एक तरफ जहां पंजाब पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है. वहीं उसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अमृतपाल के कई सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उनासे पूछताछ की जा रही है। अमृतपाल के ६ साथियों को शनिवार दोपहर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अमृतपाल के साथ जालंधर से मोगा की ओर जा रहे थे। पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर लिंक रोड से होते हुए भाग गया। पुलिस की करीब १०० गाड़ियों ने लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद उसे जालंधर के नकोदर एरिया से दबोच लिया।
इनके अलावा अमृतसर में अलग-अलग जगह से अमृतपाल के दो साथी पकड़े गए। इनमें बालसरां जोधा गांव का हरमेल सिंह जोध और शेरो गांव का हरचरण सिंह शामिल है। नौवां शख्स मोगा का भगवंत सिंह उर्फ बाजेके है जिसे उसके खेतों से गिरफ्तार किया गया। इस बीच माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते पंजाब में २४ घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। राज्य में सोमवार दोपहर १२ बजे तक मोबाइल इंटरनेट और बल्क मैसेज सेवाएं बंद की गई है।
पंजाब पुलिस ने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने ट्वीट किया- सभी नागरिकों से अनुरोध है कि शांति और सद्भाव बनाए रखें। पंजाब पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे घबराएं नहीं और फर्जी समाचार या अभद्र भाषा न फैलाएं।
दुबई से आपराधिक और सामाजिक जुड़ाव रखने वाला बंदूकधारी स्वयंभू सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह भारत लौटने के बाद सुर्खियों में आया। अमृतपाल के पास लाइसेंसी हथियार रखने वाली उसकी अपनी सेना है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अमृतपाल कई विवादों, अपहरण और धमकियों के मामलों में शामिल रहा है। उसने हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को धमकी देते हुए कहा था कि उनका हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा होगा। अमृतपाल का संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ दीप सिद्धू द्वारा स्थापित कट्टरपंथियों का एक संगठन है। सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
अमृतपाल सिंह के करीबियों पर पंजाब पुलिस लगातार नजर रखे हुए है. सर्च ऑपरेशन के दौरान जहां पहले 78 लोगों को गिरफ्तार किया था. वही पुलिस ने अमृतपाल के चार और सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। एसपी तेजबीर सिंह हुंदल ने बताया कि पंजाब पुलिस की एक टीम चार संदिग्धों को असम के डिब्रूगढ़ ले गई है। इन संदिग्धों के नामों का अभी खुलासा नहीं किया गया है। वही आपको बता दें कि पंजाब में 20 मार्च तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने २३ फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के पर पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी।
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