नई दिल्ली भारत ने आज पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया और जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी जवानों द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं पर विरोध दर्ज कराया जिसमें एक महिला समेत छह लोगों की मौत हो गयी है। सचिव-पूर्व अनिल वाधवा ने बासित को विदेश मंत्रालय में तलब किया और इस मुद्दे पर भारत की ओर से कड़ा विरोध दर्ज कराया। बैठक के बाद बासित ने कहा कि यह पता लगाने के लिए एक प्रभावी प्रणाली की जरूरत है कि संघर्षविराम उल्लंघन में कौन लोग शामिल हैं। भारत की अनेक चौकियों और असैन्य क्षेत्रों पर शनिवार से पाकिस्तानी जवानों द्वारा भारी गोलीबारी और गोलाबारी में छह लोग मारे जा चुके हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन भारी गोलीबारी और मोर्टार बम दागे जाने से एक सरपंच समेत पांच नागरिक मारे गये तथा पांच अन्य घायल हो गये। पाकिस्तान की ओर से किये गये भारी मोर्टार के हमले में आज एक महिला की मृत्यु हो गयी। पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्षविराम उल्लंघन का आज आठवां दिन है। बासित को ऐसे समय में तलब किया गया जब दोनों देश आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर अगले सप्ताह यहां पहली एनएसए स्तर की वार्ता के लिए तैयारी कर रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार- अजीत डोभाल और सरताज अजीज 23 अगस्त को पहली बार आतंकवाद संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेंगे। वार्ता के दौरान उम्मीद की जा रही है कि भारत पाकिस्तानी सरजमीं से होने वाले आतंकवाद के मजबूत सबूत देगा। पंजाब के गुरदासपुर और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में हमलों के दौरान यह और भी उजागर हुआ है।