प्यार इंसान से कुछ भी करा सकता है और ये ही प्यार पहेली नज़र का तो बात ही कुछ और है। एक ऐसे ही प्यार में पागल आशिक ने अपनी दीवानगी की सारी हदें पार कर दी । घटना यूपी के गज़ियाबाद की है । यहाँ रहने वाली दीप्ती सरना स्नैपडील कंपनी में काम करती है । 10 फ़रवरी को वैशाली मेट्रो स्टेशन से घर कविनगर जाने के दौरान उन्हें किडनैप कर लिया गया था । और उन्हें किडनैप करने वाला और कोई नहीं बल्कि उसे एकतरफा प्यार करने वाला सरफिरा आशिक ही था । इस आशिक ने यूपी पुलिस की नाक में भी दम करके रखा था दीप्ती को ढूंढने के लिए पुलिस को काफी मशक्त करनी पड़ी यूपी पुलिस ने दीप्ती की खोज में कई टीमें बनायीं जो दिन रात दीप्ती को ढूंढती रही ।
पुलिस की जानकारी के मुताबिक देवेंदर दीप्ती को पिछले 1 साल से प्यार करता है और तभी से उसे पाना चाहता था । देवेंदर को दीप्ती से एक साल पहले राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर पहली ही नज़र में प्यार हो गया था और वह लगातार उसी दिन से दीप्ती को फॉलो करता रहा की वह कहा जाती है किस से मिलती है। कुछ दिन तक पीछा करने पर देवेंदर को पता चला की दीप्ती रोजाना वैशाली मेट्रो स्टेशन तक जाती है और वहाँ से वो घर जाने के लिए रोज़ ऑटो भी लेती है । बस फिर क्या था इस सिरफिरे आशिक ने भी किराये पर दो ऑटो ले लिए और रोज़ वैशाली मेट्रो स्टेशन के नीचे खड़ा रहने लगा । और इस दौरान दीप्ती उसके ऑटो में सिर्फ एक ही बार बैठी थी । और देवेंदर ने इस दौरान उसका घर देख लिया । उसने इस एक साल में दीप्ती की उसने 150 बार रेकी की ।
पुलिस के हत्थे चढ़ा ये आशिक़ देवेंदर ने बताया की वह दीप्ती को पाने के लिए कुछ भी कर सकता था। इसके लिए उसने अपने चार साथियो को तैयार किया और अपने सभिो साथियो को बोला की दीप्ती एक विदेशी लड़की हा जिसे किडनैप करने पर करोडो रुपए मिलेंगे । तो उसके सभी दोस्त दीप्ती को किडनैप करने के लिए तैयार हो गए। सबसे पहले वे अपने दो ऑटो स्टेशन ले कर पहुंचे । उनका प्लान था की दीप्ती को ऑटो में बैठकर ले जायेगे । देवेंदर अपने ऑटो के साथ वैशाली मेट्रो स्टेशन पंहुचा लेकिन दीप्ती देवेंदर के ऑटो में बैठने की वजाए दूसरे ऑटो में बैठ गयी । ये देख देवंदेर ने एक और चल चली और जिस ऑटो में दीप्ती बैठी थी उसके नीचे सुआ फैंक कर ऑटो का टायर पंचर कर दिया । और मोहन नगर से ऑटो चेंज करने के नाम पर उन्हें अपने ऑटो में बैठा लिया । इस दुराण एक और लड़की आ कर उस ऑटो में बैठ गयी और उसे कुछ दूरी पर चाकू दिखा कर उतार दिए गया । इसके बाद वो दीप्ती को किडनैप कर्क आँखों पर पट्टी बांध कर राजनगर एक्सटेंशन होते हुए मॉरिट ले गए । वह उन्होंने दीप्ती का बेग और मोबाइल फेक दिया । मोरित पहुचने पर ऑटो की सीएनजी खत्म हो गयी इसके बाद उसने भाई से कार मँगवायी और पाइपलाइन रोड से पानीपत रोड़े से पानीपत की तरफ ले गए । इसी बीच इनकी कार यमुना खादर में फास गयी और उसई के पास स्थित खेड़ाअटाना गाँव में गन्नो के खतो में दीप्ती को पुरे दिन रखा । और शक्रवार को देवेंदर ने दीप्ती को 100 रुपए दे कर सांधलाकला रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और उस से पूछा की दोस्त बना कर जा रही हो दुश्मन। इसके बाद दीप्ती ने अपने परवार को फ़ोन कर उसे घर ले जाने की बात कही ।
देवेंदर किडनैपिंग के दौरान दीप्ती के सामने खुद को हीरो साबित करता रहा की वह उसे कुछ नहीं होने देगा और समय समय पर अपने दोस्तों से लड़ाई करने का भी नाटक करता रहा । की वह उसे बचा लेगा जिस से दीप्ती को भी उस पर विश्वास होने लगा और वह उसे एक अच्छा इंसान समझने लगी और देवेंदेर दीप्ती के फ्रंड पर ही दीप्ती की किडनैपिंग का आरोप लगाता रहा और खुद को दीप्ती के सामने हीरो के जैसे पेश करता रहा उसने दीप्ती के खाने पिने से छोटी से छोटी हर चीज़ का ख्याल रखा। उसे ठण्ड से बचाने के लिए कपडे और रजाई भी दी ।
फिलहाल अब ये सिरफिरा आशिक और उसके सभी साथी पुलिस की गिरफ्त में है ।