सोमवार को सुबह 9 बजे से 9:30 बजे तक लाइन तीन पर नोएडा से द्वारका चलने वाली मेट्रो की लोकेशन नहीं देख पाने से कुछ वक्त के लिए मेट्रो स्टेशनों पर उधम सा मच गया।
इस मेट्रो ट्रेन की लोकेशन रामकृष्ण आश्रम स्टेशन से द्वारका स्टेशन के बीच नहीं दिखी। इसके चलते मेट्रो के आवागमन पर नजर रखने वाले लोग भी मेट्रो के इंतज़ार में परेशान हो गए। मेट्रो की इस विलमभता के कारण लोग अपने काम पे जाने के लिए भी लेट हो गए।
दरअसल, मेट्रो हेड ऑफिस में लगे एक कंट्रोल रूम से हर मेट्रो की लोकेशन को ट्रैक करते रहते हैं, लेकिन कभी कभी ट्रैक सर्किट ड्रॉप होने से मेट्रो को लोकेशन नहीं पता चल पता है। ट्रैक सर्किट के ड्रॉप होने से मेट्रो की आवाजाही को मैनुअल करना पड़ता है इसी के चलते इसकी रफ्तार भी कम हो जाती है।
डीएमआरसी के जानकारों के मुताबिक, इस प्रकार की तकनीकी गड़बड़ियां आती रहती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता है कि मेट्रो ट्रेन ट्रैक से ही गायब हो गई है। कई बार दो स्टेशन के बीच ट्रैक सर्किट ड्रॉप होने से उस स्टेशन के लोग मैनुअल तरीके से मेट्रो की आवाजाही को सुनिश्चित करते हैं।
डीएमआरसी के जानकारों के मुताबिक, इस प्रकार की तकनीकी गड़बड़ियां आती रहती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता है कि मेट्रो ट्रेन ट्रैक से ही गायब हो गई है। कई बार दो स्टेशन के बीच ट्रैक सर्किट ड्रॉप होने से उस स्टेशन के लोग मैनुअल तरीके से मेट्रो की आवाजाही को सुनिश्चित करते हैं।