विजयवाड़ा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि उनकी पार्टी पीपुल्स डेमाक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) दोनों के साथ बातचीत कर रही है और वह जम्मू कश्मीर में अगली सरकार बनाना चाहेगी। पार्टी की सदस्यता अभियान और उसके विकास का जायजा लेने यहां आए शाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कश्मीर में दोनों ही दलों से हमारी बातचीत चल रही है। जब कुछ नया सामने आएगा, हम आपको बताएंगे। हम राज्य में भाजपा सरकार बनाने का प्रयास कर रहे हैं।’’ जम्मू कश्मीर में हाल के विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु जनादेश आया है। पीडीपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है और भाजपा दूसरे स्थान पर है। देश के दक्षिणी और पूर्वी राज्यों में पार्टी के प्रसार पर ध्यान केंद्रित कर रहे शाह ने आंध्र प्रदेश में 45 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य तय कर रखा है। राज्य में सत्तारुढ़ तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) राजग की घटक है और शाह ने कहा कि भाजपा सकारात्मक धारणा के आधार पर राज्य में अपने प्रसार के लिए काम करना चाहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपनी पार्टी के विकास का हक है। इसका मतलब यह नहीं है कि हम तेलुगू देशम के विरुद्ध काम करेंगे। हम सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ भाजपा का प्रसार करना चाहते हैं।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की आर्थिक वृद्धि का उल्लेख करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि महज सात महीने में वृद्धिदर 4.5 फीसदी से 5.7 फीसदी हो गयी और मोदी के नेतृत्व में यह रूख आगे भी बना रहेगा। भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सुधार आया है और कई देश हमारी आर्थिक नीतियां स्वीकार कर रहे हैं। संवाददादाता सम्मेलन में मौजूद केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘राजनीतिक रिक्तता भी है। आंध्र प्रदेश में भाजपा को काफी समर्थन मिल रहा है। रिक्तता है क्योंकि अब व्यावहारिक दृष्टि से कांग्रेस है ही नहीं। वह जगह खुली है। भाजपा उस राजनीतिक रिक्तता को भरने की कोशिश करेगी। आंध्र प्रदेश में कांग्रेस से कई नेताओं के भाजपा में शामिल होने की संभावना की खबरों के संदर्भ में शाह ने कहा, ‘‘बहुदलीय लोकतंत्र में भाजपा विचारधारा के आधार पर आगे बढ़ती है। हम आंध्र प्रदेश के लोगों के पास जायेंगे और उन्हें अपनी विचारधारा के बारे में बतायेंगे। जो भी भाजपा में शामिल होना चाहता है, उसका स्वागत है।’’ आंध्र प्रदेश के विकास के प्रति केंद्र का समर्थन व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित तौर पर चाहते हैं कि आंध्र प्रदेश का विकास हो। संघीय ढांचे में बिना किसी पक्षपात के भारत सरकार आंध्र प्रदेश को प्राथमिकता देगी और सभी प्रकार का समर्थन देगी।’’