अपनी पत्रिका ब्यूरो
उन्नाव जिले में दलित नाबालिग लड़की की संदिग्द मौत के मामले में जानकारी करने एवं घटना से सम्बंधित तथ्य इकठ्ठा करने के उद्देश्य से सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिला है। इस प्रतिनिधिमंडल में के एम यादव, रानी गौतम, बुध्दिराम सिंह आदि थे।
दरअसल गत 22 फरवरी को उन्नाव जिले में सफीपुर थाना के अंतर्गत आने वाले परियर क्षेत्र में रहने वाले प्रकाश कनौजिया की 15 वर्षीय बेटी ( पीहू ) गायब हो गई तो परिवार वाले अपने स्तर पर खोजबीन कर रहे थे कि अगले दिन सुबह उन्हें परियर बिठूर रोड पर एक लड़की की लाश मिलने की खबर पता चली, जिसे पुलिस ने लावारिश लाश के तौर पर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था| परिवार वाले जब पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो वो लाश उनकी बेटी की थी जिसका निचला हिस्सा बुरी तरह क्षत्रिगस्त था | शरीर पर कपड़े भी नहीं थे | लाश मिलने पर गाँव वालों द्वारा रोड जाम किया गया और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग रखी |
पुलिस के अनुसार उसने मृतिका के मोबाईल कॉल डिटेल्स एवं व्हाट्सएप चैट के आधार पर गाँव के ही पिंटू रावत और उसके साथी रोहित रावत को गिरफ्तार किया था जिनसे सख्ती से पूछताछ करने पर उन्हौने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि बदनामी के डर से मृतका के ऊपर गाड़ी चढ़ाकर मारा था और आरोपी लाश को रोड किनारे छोड़कर भाग गए थे | जुर्म स्वीकार करने के बाद दौनो को जेल भेज दिया गया है औरआंगे की जांच अभी चाल रही है यदि कोई और भी दोषी होगा तो उसे भी जल्द गिरफ्तार किया जायेगा।
सोशलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के अनुसार प्रथम दृष्ट्या पूरा मामला अफेयर का लगता है | जिसे परिवार वाले भी दबी जुबान से स्वीकार करते है पर जिस तरह लड़की को मारा गया है वो बहुत खतरनाक है | पूरे उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटनाएं बढती जा रही हैं और प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठा हैं | गाँव-घर में ही बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं तो फिर अन्य जगहों के बारे में क्या कहा जाये | पीड़ित परिवार के प्रति साहनुभूति व्यक्त करते हुए हम उपर्युक्त घटना की न्यायिक जांच एवं दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग करते हैं |