नेहा राठौर
देश में केंद्र सरकार और ट्विटर के बीच एक बार फिर से नया विवाद शुरू हो गया है। इस विवाद की वजह ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटाने को लेकर होने की संभावना जताई जा रही है। वो इसलिए क्योंकि शनिवार की सुबह ही देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक को हटा दिया गया था और अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अकाउंट को भी अनवेरिफाई कर दिया गया है यानी अब उनके अकाउंट से भी ब्लू टिक को हटा दिया गया है।
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जैसे ही वेंकैया नायडू के अकाउंट से ब्लू टिक हटाने को लेकर विवाद छिड़ा तभी ट्विटर की तरफ से सफाई आई कि अकाउंट में लॉग इन हुए इन्हें 6 महीने से ज्यादा समय हो चुका थे, इसी कारण इनके अकाउंट से ब्लू टिक को हटाया गया था। ट्विटर से मोहन भागवत के अकाउंट से ब्लू टिक हटने के पीछे भी यही वजह हो सकती है। बता दें कि मोहन भागवत का ट्विटर अकाउंट करीब मई 2019 में बनाया गया था और उनके अकाउंट पर एक भी ट्वीट नहीं दिख रहा है।
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यह पहली बार नहीं है इससे पहले कई बड़े नेताओं के अकाउंट से भी ट्विटर ने ब्लू टिक हटाया जा चुका है। इन नेताओं में सुरेश सोनी, सुरेश जोशी और अरुण कुमार जैसे दिग्गज नेता शामिल है।
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ट्विटर के नियमों के अनुसार अकाउंट बनाने के बाद करीब 6 महीने में लॉग इन करना जरूरी है, तभी उसे एक्टिव माना जाएगा। लॉग इन करने का मतलब यह नहीं कि आपको ट्वीट, रिट्वीट, लाइन, फॉलो, अनफॉलो करना जरूरी है बस एक बार लॉग इन करना जरूरी है, ताकि आपकी प्रोफाइल अपडेट रहे।
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