Punjab : वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह गिरफ्तार, कई साथी हिरासत में, राज्य में इंटरनेट सेवा सस्पेंड
चंडीगढ़
Amritpal Singh: वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह को शनिवार (18 मार्च, 2023) गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके समर्थकों ने पुलिस पर कार्रवाई का आरोप लगाया है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके छह सहयोगियों को हिरासत में लिया था। मोगा जिले में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। वारिस पंजाब दे प्रमुख के समर्थकों ने मोगा जिले में पुलिस द्वारा उनके काफिले का पीछा करने और जालंधर के पास शाहकोट की ओर तेज रफ्तार वाहन का एक वीडियो शेयर किया था।
पंजाब गृह मामलों और न्याय विभाग ने बताया कि पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी SMS सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 18 मार्च से 19 मार्च तक निलंबित रहेंगी।
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी से पहले खालिस्तान समर्थक सिंह बठिंडा जा रहा था, तभी पुलिस ने जालंधर के मेहताबपुर गांव के पास उसे रोकने की कोशिश की। उनके छह समर्थकों को कथित तौर पर मेहताबपुर से हिरासत में लिया गया था। सूत्रों ने कहा कि उनके समर्थकों के घरों पर भी छापे मारे गए हैं। हालांकि सिंह के करीबी सहयोगियों के सभी फोन स्विच ऑफ थे। एक वीडियो (अपुष्ट) में अमृतपाल सिंह को एक तेज रफ्तार कार में बैठ हुए दिखाया गया था।
अमृतपाल सिंह के खिलाफ अजनाला थाना अमृतसर में अपहरण का एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह खुलासा नहीं किया है कि 24 फरवरी को उनके समर्थकों द्वारा अजनाला पुलिस स्टेशन पर कथित तौर पर धावा बोलने के बाद उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज किया गया था या नहीं। उनके एक सहयोगी की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए उनके समर्थक पुलिस से भिड़ गए थे और पुलिस स्टेशन में घुस गए थे।
पंजाब सरकार के लिए एक अमृतपाल सिंह एक नई चुनौती के रूप में सामने आया है। 30 साल का नौजवान अमृतपाल सिंह खुलेआम खालिस्तान का समर्थन कर रहा है और युवाओं को तबाह कर रहे ड्रग्स के खतरे को जड़ से खत्म करने में राज्य की असफलता पर भी जोर दे रहा है। अमृतपाल सिंह छह महीने पहले दुबई से लौटा है। सिंह उस वक्त चर्चा में आया जब उसने एक भीड़ द्वारा अजनाला पुलिस थाने पर कब्जा करने की कोशिश की और प्रशासन को धमकाया। इस भीड़ का नेतृत्व अमृतपाल सिंह ही कर रहा था। इस मामले ने इस ओर भी इशारा कर दिया था कि पंजाब की आप सरकार संवेदनशीव मुद्दों पर अभी अनुवभहीन है।
पंजाब में सिख समुदाय का एक वर्ग अमृतपाल सिंह का करता है समर्थन
हालांकि सीएम भगवंत मान ने अजनाला की घटना को बहुत ज्यादा तूल न दिए जाने की बात कही थी। हालांकि पंजाब सरकार के अधिकारियों को पता होना चाहिए कि पंजाब को एक ऐसे प्रशासन की आवश्यकता है, जो मजबूत और संवेदनशील दोनों हो। सूत्रों के मुताबिक, सिख समुदाय का एक धड़ा अमृतपाल सिंह से खफा है। इसकी वजह अमृतपाल सिंह के अजनाला पुलिस थाने पर धावा बोलने के दौरान गुरु ग्रंथ साहिब को अपने साथ ले जाना था। अमृतपाल के इस काम ने सिख समुदाय के एक बड़े वर्ग को नाराज कर दिया है, जो कहता है कि यह बेअदबी है। हालांकि राज्य में एक संख्या ऐसी भी है जो अमृतपाल सिंह का समर्थन भी करती है।