संवाददाता
कोरोना के कारण जहां लोगों में मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा था तो वहीं दिल्ली को अनलॉक करने के बाद से लोगों में एक बार फिर जीवन जीने की नई उम्मीद जागती दिख रही है है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग के जरिए लोगों ने शारीरिक और मानसिक तौर पर खुद को संभालना शुरू कर दिया है।
कोरोना के कारण जहॉ लोगों की जिंदगी पुरी तरह से बिखर ही गई थी। लोग न चाहते हुए भी अपने अपने घरों में कैद होने पर मज़बुर हो गऐ थे तो वहीं लंबे समय के बाद ही सही लोगों ने अपना जीवन फिर से जीना शुरु कर दिया है। पहले लोग कोरोना के कारण अपने घरों में ही जिम, योगा करने पर मजबूर थे लेकिन इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर अब लोगों ने सुबह की ताज़ी हवा में योग करना शुरू कर दिया है।
हमने लोगों से बात की तो पता चला कि करीब 1:5 – 2 महिने से घर पर बैठने का कारण मानसिक तनाव काफी बढ़ गया था और हमारे मनों में भी कोरोना का डर ज़रूरत से ज्यादा बढ़ता जा रहा था। लेकिन जब से दिल्ली को अनलॉक किया गया है तब से ना केवल घरों में तनाव कम हुआ है बल्कि लोगों में भी अपने शरीर के प्रति जागरुकता पहले का मुकाबले और ज्यादा बढ़ गई है। साथ ही लोगों ने बताया कि वैसे तो लॉकडाउन में ऑनलाइन जिम क्लासेस के जरिये भी हम लोग अपनी सेहत के बारे में जागरूक थे लेकिन जो बात सुबह पार्क आकर प्रकृति के साथ जुड़नें में है वो घर पर बैठ कर जिम करने में कहॉ?
लोगों ने हमें यह भी बताया कि पार्क को खोले जाने के बाद से हम सब बेहद खुश है। इससे न केवल शारीरिक ऊर्जा का विकास होता है बल्कि मानसिक तौर पर भी काफी शांति का अनुभव होता है जो कि महामारी के बाद बेहद जरूरी भी है। डायबेटिस, बीपी जैसी अन्य बीमारी वाले लोगों के लिए पार्क का खोला एक अच्छी बात है।
हम भी आप सब से यह अपील करना चाहते है की अपनी सेहत का ख्याल रखें ताकि यदि आने वाले समय में कोरोना की तीसरी लहर का सामना करना पड़ा तो भी हम और आप उसके लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर सचेत रहे सकें।
देश और दुनिया की तमाम ख़बरों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल अपनी पत्रिका टीवी (APTV Bharat) सब्सक्राइब करे ।
आप हमें Twitter , Facebook , और Instagram पर भी फॉलो कर सकते है।