यरम नूर
जहाँ एक तरफ दिल्ली सरकार सफाई अभियान चलाकर समूर्ण दिल्ली को स्वच्छ बनाने की कोशिश में है वही दूसरी तरफ ना केवल सफाई मजदूर कर्मचारी बल्कि बीजेपी और कांग्रेस दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे है और केजरीवाल मुर्दाबाद के नारे लगा रहे है । एमसीडी कर्मचारियों ने नार्थ दिल्ली के राणा प्रताप बाग़ में शव यात्रा निकालकर अपनी भड़ास भी पूरी की । इतना ही नहीं इन लोगो का आक्रोश तब भी कम न हुआ तो इन्होने मॉडल टाउन के विधायक अखिलेश त्रिपाठी के ऑफिस के सामने कूड़ा फेक कर केजरीवाल का पुतला जलाया । दूसरी तरफ बीजेपी ने भी पूरे ज़ोर शोर से दिल्ली के हर क्षेत्र में प्रर्दशन किया और शक्ति नगर एक्सटेंशन मेन रोड जाम कर एमसीडी कर्मचारियों को वेतन देने के फंड की मांग की। साथ ही कर्मचारियों का कहना है कि वेतन समय पर ना मिलने से ना केवल उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय है बल्कि बच्चो की फीस न भरने से स्कूल से उनका नाम काटने का नोटिस भी आ गया है । बहरहाल दिल्ली सरकार और एमसीडी कमचारियो के बीच यह लड़ाई कोई नई नहीं है बल्कि इसकी शुरुआत बहुत समय से हो चुकी है ।
एक तरफ जहाँ कमचारियो का आरोप है कि वेतन की फंड अगर आई भी तो यह सिर्फ ठेकेदारो के बीच ही सिमित है जिससे आम लोगो को वही समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है लेकिन आप पार्टी का कहना है कि अगर फंड रिलीज़ नहीं हुआ तो बजाय प्रदर्शन और विद्रोह करने के प्रत्यक्ष रूप से कूट से दलील किया जाना चाहिए|