राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 23 अप्रैल 2017 को होने वाली नगर निगम चुनाव को लेकर भारतीय मतदाता संगठन के कार्यकर्ता मतदाता मित्र काफी साकारात्मक ऊर्जा के साथ मतदाताओँ के बीच जाकर जागरुकता फैला रहे हैं। मतदाता मित्र का यह अभियान इस मकसद से शुरु किया गया कि मतदाता ज्यादा से ज्यादा मतदान करें और समाज के साफ छवि और अच्छे कार्य करने वाले उम्मीदवारों को चुन सकें। इस अभियान को डॉक्टर, दुकानदार, आरडब्ल्यू, टीचर और स्कूली बच्चों का भी साथ मिल रहा है। ये सभी ‘भारतीय मतदाता संगठन’ के ‘मतदाता मित्र’ बनकर वजीरपुर, अशोक विहार, रोहिणी और बाहरी दिल्ली के कराला एवं कंझावला आदि क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच जाकर जागरुकता फैला रहे हैं।
वज़ीरपुर इलाके में मतदाता मित्र अपने-अपने इलाके में जाकर लोगों से आग्रह किया कि वे नगर निगम चुनाव में अपना कीमती वोट देने जरूर जायें। साथ ही उन्होंने लोगों को बताया कि उनकी नजर में जो अच्छा और सच्चा है उस उम्मीदवार को ही वोट दें। उन्होंने मतदाताओँ के वोट की कीमत को बताते हुए कहा कि आपका वोट ही आपकी वह ताकत है जिससे दिल्ली साफ़ और स्वच्छ होगी। इस अभियान में शामिल कार्यकर्ता अपने इलाके के दुकानदारों और कारोबारियों के बीच भी जाकर उन्हें वोट की कीमत बताया।
ऐसी ही मुहीम रोहिणी और बाहरी दिल्ली के कराला और कंझावला इलाकों में भी मतदाता मित्र ने शुरु की। भरी दोपहरी और तपती गर्मी के बावजूद कराला और कंझावल जैसे ग्रामीण इलाकों में स्कूली टीचर और बच्चों ने मतदाता मित्र के साथ मिलकर क्षेत्र के लोगों से वोट की कीमत बताया और वोट करने की अपील की। उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने वोट का इस्तेमाल सच्चे और ईमानदार प्रत्याशी के लिए ही करें। साथ ही उन्होंने कहा कि सगे संबंधियों या किसी और लालच में पड़कर मतदाता अपने मतों का इस्तेमाल गलत प्रत्याशी के लिए नहीं करें, जिससे की बाद में परेशानी हो। ये मतदाता मित्र सिर्फ स्कूल या घरों तक ही सिमित नहीं हैं बल्कि ये जागरुकता फैलाने के लिए धर्मशालाओं और मंदिरों में भी जाकर लोगों को वोट की कीमत बताते हैं और उन्हें इससे संबंधित कुछ कागज भी देते हैं, जिससे की मतदाता अपने वोट की कीमत समझ सके।
गौरतलब है कि डॉ. रिखब चंद जैन ने करीब दो साल पहले 14 जनवरी 2015 को गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) भारतीय मतदाता संगठन का गठन किया था । संस्था का मुख्य उद्देश्य भारतीय मतदाताओं को जागरुक करना है। संस्था का कहना है कि वोट देना ना सिर्फ व्यक्ति का कर्तव्य है बल्कि यह उसका अधिकार भी है। प्रत्येक नागरिक को अपने मत देने के अधिकार को समझना चाहिए। मत को समझदारी और सही सोच से सदुपयोग करने का तरीका जानना चाहिए। जो अपने मताधिकार का उपयोग करने नहीं जा रहे उन्हें जगाने की कोशिश करनी होगी। उनको उनकी गलती का अहसास कराना होगा। संस्था के इसी विचार के अनुसार मतदाता मित्र मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें वोट के अधिकार और सही लोगों को वोट देने के बारे में बताते हैं।