Saturday, May 18, 2024
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Maharashtra Cabinet Portfolio : घोटालेबाज को मिला वित्त मत्रालय, सीएम शिंदे ने किया मंत्रियों के विभागों का बंटवारा 

Maharashtra Politics : वाह प्रधानमंत्री जी। मान गए आपकी भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की गारंटी को।  एकनाथ शिंदे के मंत्रालय विस्तार में भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की गारंटी बिल्कुल साफ दिखाई दी। घोटालेबाज अजित पवार को वित्त मंत्रालय ही दे दिया। अजित पवार को पूरी छूट दे दी गई कि अपने किए सभी पाप भी धुल लो ओर जमकर घोटाला करो।

महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में हुई बगावत के बाद से मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध शुक्रवार को खत्म हो गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विभागों का बंटवारा कर दिया है।

डिप्टी सीएम अजित पवार को वित्त विभाग और नियोजन, छगन भुजबल को अन्न नागरिक आपूर्ति, दिलीप वलसे पाटील को सहकारी मंत्री और हसन मुश्रीफ को वैद्यकीय शिक्षण विभाग मिला है। इसके अलावा धर्मराव बाबा अत्राम को अन्न और औषधि प्रशासन, अदिति तटकरे को महिला एवं बाल विकास, संजय बनसोड़े को खेल एवं युवा मंत्रालय और धनंजय मुंडे को कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। उधर अनिल पाटील को मदद पुनर्वास के साथ आपदा व्यवस्थापन विभाग सौंपा गया है.

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास कौन से विभाग हैं?

सीएम शिंदे के पास सामान्य प्रशासन शहरी विकास, परिवहन विभाग, सामाजिक न्याय, जलवायु परिवर्तन और खनन विभाग की जिम्मेदारी है. इसके अलावा वो सूचना एवं प्रौद्योगिकी सहित सूचना और जनसंपर्क मंत्रालय भी संभाल रहे हैं.

उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास किन विभागों की जिम्मेदारी

उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह, कानून और न्याय विभाग की जिम्मेदारी है। इसके अलावा फडणवीस के पास जल संसाधन, लाभ क्षेत्र विकास ऊर्जा और शाही शिष्टाचार विभाग भी है।

शिंदे गुट और बीजेपी के कितने विभाग गए?

शिंदे गुट से अजित पवार ग्रुप के खाते में तीन मंत्रालय चले गए हैं। ये विभाग कृषि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, राहत और पुनर्वास है. विभागों के बंटवारे में बीजेपी को छह मंत्रालय गंवाने पड़े हैं. इसमें वित्त, सहयोग, चिकित्सा शिक्षा, खाद्य नागरिक आपूर्ति, खेल और महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय है।

एनसीपी में कब हुई बगावत?

शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में दो जुलाई को विभाजित हो गई क्योंकि उनके भतीजे अजित पवार और लगभग तीन दर्जन विधायक सत्तारूढ़ शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए। इस दौरान अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री और आठ अन्य एनसीपी नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली।

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