Delhi Liquor Scam Case : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को कहा कि उनकी बेटी और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दिल्ली शराब घोटाला मामले में शनिवार (11 मार्च, 2023) को गिरफ्तार कर सकती है। शुक्रवार शाम बीआरएस के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार को एजेंसी के समक्ष बयान दर्ज कराने के लिए पेश होने के बाद ईडी कविता को हिरासत में ले सकती है।
सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस बात को समझा है कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार कविता को गिरफ्तार करके बीआरएस को डराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पार्टी नेताओं को आश्वासन दिया कि पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है और वह दिल्ली तक लड़ाई लड़ेंगे।
बीआरएस नेताओं ने कहा कि दिल्ली शराब मामले में कविता की कथित संलिप्तता की ईडी जांच को लेकर पार्टी में काफी बेचैनी थी। केसीआर के बेटे और तेलंगाना के वरिष्ठ मंत्री के टी रामाराव अपनी बहन कविता के साथ देने के लिए नई दिल्ली जा रहे हैं, क्योंकि वह ईडी के सामने पेश होने की तैयारी कर रही हैं।
ईडी ने कविता को 9 मार्च को भेजा था समन
ईडी ने दिल्ली शराब नीति मामले में कविता को 9 मार्च को अपना बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा था। हालांकि, कविता ने कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगी। उन्होंने कहा कि वो कुछ वजहों से 11 मार्च को पेश होंगी। कविता ने ईडी के समन को राजनीतिक विच हंट करारा दिया है। उन्होंने कहा कि जांच के नाम पर गंदी राजनीति की जा रही है। मैंने कई बार दोहराया है कि मेरा शराब मामले या जांच से कोई लेना-देना नहीं है।
शुक्रवार को कविता दिल्ली में जंतर मंतर पर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठी। जिसमें राज्य विधानसभाओं और संसद में महिलाओं के लिए कुल सीटों की एक तिहाई सीटों के आरक्षण के प्रावधान वाले महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने की मांग की गई। कविता के साथ तेलंगाना की मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी और सत्यवती राठौड़ भी थीं। जेएनयू और जामिया मिलिया इस्लामिया के कम से कम 10 राजनीतिक दल, छात्र संगठन, पंजाब और हरियाणा के युवा संगठन और राष्ट्रीय ईसाई बोर्ड के सदस्य भूख हड़ताल में कविता के साथ शामिल हुए। शाम को बीआरएस नेताओं ने अनशन तोड़ने के लिए उन्हें जूस पिलाया।
शुक्रवार सुबह विरोध प्रदर्शन के दौरान सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि वाम दल बीआरएस के साथ खड़े रहेंगे और संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने तक साथ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर वादा किया था।