पत्रिका संवाददाता, नई दिल्ली। डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अशोक विहार स्थित दीपचंद बंधु अस्पताल को डेंगू मरीजों के लिए समर्पित कर दिया है। फिलहाल इस अस्पताल में सिर्फ डेंगू मरीजों का ही इलाज किया जाएगा। दो सौ बेड वाले इस अस्पताल में पर्याप्त कर्मचारियों की संख्या नहीं होने से सीमित स्वास्थ्य सेवाएं ही उपलब्ध थीं, लेकिन डेंगू का प्रकोप देखते हुए सरकार ने यहां संसाधनों का विस्तार किया है। गुरुवार देर शाम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने डेंगू की स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली सचिवालय में एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव केके शर्मा, तीनों नगर निगमों के आयुक्त, एनडीएमसी चेयरमैन, जिला अधिकारी, एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे।
सिसोदिया ने कहा कि अगर आप लोगों को फंड की कहीं भी कोई कमी पड़ रही हो तो तुरंत बताएं। फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी। तीनों निगमों के आयुक्तों ने बताया कि निगमकर्मी फॉगिंग में लगे हुए हैं। इस पर सिसोदिया ने कहा कि फॉगिंग की मॉनिटरिंग भी होनी चाहिए, क्योंकि लोगों की लगातार शिकायत मिल रही है कि उनके यहां फॉगिंग नहीं हुई है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार लोगों को जागरूक करने के लिए हर कदम उठाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने तय किया है कि एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में दौरा करेंगे और हालात पर नजर रखेंगे।
सभी मलेरिया इंस्पेक्टरों के नंबर लोगों को मुहैया कराए जाएंगे, ताकि फॉगिंग संबंधी समस्या का समाधान आसानी से हो सके। वहीं, तीनों नगर निगम हर वार्ड के मलेरिया इंस्पेक्टर के कामकाज और चालान संबंधी विवरण क्षेत्रीय एसडीएम को उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा सिविल डिफेंस के जवानों को फील्ड में भेजकर साफ-सफाई की स्थिति और मच्छर पैदा होने लायक जगहों के बारे में सूचना एकत्र करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। दिल्ली सरकार सभी अस्पतालों में डेंगू मरीजों की काउंसिलिंग के उद्देश्य से सिविल डिफेंस वालंटियर्स को तैनात करेगी। ताकि डेंगू को लेकर अनावश्यक दहशत न फैले। डेंगू की स्थिति पर उपमुख्यमंत्री खुद नजर रखेंगे और रोजाना तीन बजे उनके पास संबंधित अधिकारी रिपोर्ट भेजेंगे।