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बिहार में पांच चरणों में होगा मतदान, गिनती 8 नवंबर को

By अपनी पत्रिका

September 09, 2015

नई दिल्ली। बिहार में पांच चरणों में 12 अक्तूबर से पांच नवंबर के बीच विधानसभा चुनाव होंगे और मतगणना आठ नवम्बर को होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 243 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए चुनाव पांच चरणों में होगा और पहले चरण का मतदान 12 अक्तूबर, दूसरे चरण का मतदान 16 अक्तूबर को, तीसरे चरण का 28 अक्तूबर को, चौथे चरण का एक नवम्बर को और अंतिम चरण का मतदान पांच नवम्बर को होगा। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है।

जैदी ने कहा कि चुनाव की अवधि के दौरान दशहरा, ईद, मुहर्रम, दिवाली, छठ जैसे कई महत्वपूर्ण त्योहार आ रहे हैं, आयोग साम्प्रदायिक सौहार्द और शांति सुनिश्चित करेगा। चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति और ओम प्रकाश रावत के साथ जैदी ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गए हैं जहां 47 विधानसभा क्षेत्र नक्सल हिंसा से प्रभावित हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6.68 करोड़ मतदाता हैं। बिहार में भाजपा नीत राजग और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू, लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस के महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर बतायी जा रही है और राज्य विधानसभा चुनाव के परिणाम का राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है। भाजपा के लिए यह चुनाव जीतना बेहद महत्वपूर्ण है, अगर वह नरेन्द्र मोदी सरकार के पक्ष में राजनीतिक बयार को गति देना चाहती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की पराजय और भूमि विधेयक पर कदम पीछे खींचने और जीएसटी जैसे विषयों को आगे नहीं बढ़ा पाने की पृष्टभूमि में केंद्र में सत्तारुढ़ पार्टी के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

राज्य में जदयू 10 वर्षों से सत्ता में है और इस दौरान नीतीश कुमार के हाथों में काफी समय तक राज्य की बागडोर रही। कुमार की पार्टी का इस बार लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन है। नीतीश भाजपा के साथ 17 वर्षों पुराना गठजोड़ तोड़कर जून 2013 में राजग से अलग हो गए थे। पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव में भाजपा का रामविलास पासवान की लोजपा और उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठजोड़ था और भाजपा नीत गठबंधन ने उस चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। चुनाव आयोग ने बताया कि निष्पक्ष मतदान कराने के लिए सभी प्रबंध किये गये हैं और सुरक्षा बलों की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 6.68 करोड़ मतदाता हैं। उन्होंने जानकारी दी, ”राज्य में 38 में से 29 जिले नक्सल प्रभावित हैं। सभी बूथों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। हेलीकाप्टर और मोटर बोट से भी निगरानी की जाएगी। इसके अलावा राज्य में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। 38 सीटें अनुसूचित जाति और दो सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। सभी लोगों को लाइसेंसी हथियार जमा कराने होंगे। इसके बारे में सभी डीम को निर्देश दे दिये गये हैं। मतदाताओं को धमकाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। पेड न्यूज रोकने के लिए कदम उठाये गये हैं। अवैध हथियार, अवैध शराब पर कार्रवाई होगी।” उन्होंने बताया कि इस बार ईवीएम पर नाम के साथ उम्मीदवारों की तसवीर भी होगी ताकि मतदाताओं को अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को पहचानने में आसानी हो सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि मतदान का पिछला सभी रिकार्ड टूटे। उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक पहले चरण के मतदान से पहले ही सभी एक्जिट पोलों पर प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने सभी दलों से आचार संहिता का पालन करने की अपील की।