दिल्ली में गर्मियां आते ही पानी की समस्या गंभीर हो जाती है। दिल्ली की जनता इस चिलचिलाती धुप में पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रही है और पर जनता के इस दुःख को दूर करने का कोई समाधान निकालना तो दूर इस पर भी राजनीती हो रही है। जी हा दिल्ली के आप विधायक अखिलेश त्रिपाठी के कार्यालय में जब कुछ लोग उन्ही की विधानसभा के पानी की समस्या को लेकर पहुंचे तो विधायक और उनके कार्यकर्त्ता ने महिलाओं और उनके साथ ए स्थानीय लोगो पर हाथ ही छोड़ दिए। ये वही विधायक है जो गली गली घर घर घूम कर वोट मांगते फिर रहे थे और इसी जनता ने इन्हे यहाँ बिठाया आज ये ही जनता इनके गुस्से का ग्रास भी बन रही है क्या इसी दिन के लिए जनता ने अपना विधायक चुना था। चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने जनता से बड़े बड़े वादे किये थे जिसमे से एक वादा पानी भी था क्या आज ये सरकार दिल्ली को पानी देने में असमर्थ है। यदि ऐसा भी है तो वो जनता के सामने बोल दे ताकि ये लोग उनके पास किसी आस को लेकर न जाये और ना ही पिट कर आएं। पर बड़ा सवाल ये भी है की विधायक ने अपना आपा क्यों खो दिया। आज आप विधायक अखिलेश त्रिपाठी के दफ्तर पर हुयी मारपीट की घटना यह सवाल खड़े कर रही है। मॉडल टाउन इलाके के विधायक पर आरोप है उन्होंने पानी की समस्या लेकर आये कुछ लोगों को धमकाया, एक युवक को थप्पड़ मारा और महिलाओं से बदसलूकी की।उन महिलाओं का ये भी कहना है की चुनाव के दौरान उन्होंने इहने पूरा सहयोग किया ताकि ये भविष्य में उनका सहयोग करें। वहीँ अखिलेश त्रिपाठी का कहना की पानी की समस्या लेकर नहीं आये थे ये लोग केवल हंगामा करने की नियत से ही आये थे। विधायक का तो ये भी कहना है की इन्होने ऑफिस स्टाफ से मारपीट की जो की CCTV में कैद है लेकिन CCTV दिखने से मुकर गए। दोनों और से आरोप है विधायक के कार्यकर्ताओं ने पुलिस भी बुलवा ली और मामला पुलिस तक पहुंच गया है। बेरहाल किसकी गलती है और किसकी नही ये तो नही पता लेकिन इस घटना के बाद शायद दिल्ली की जनता अपने विधायक के पास जाने से पहले सो बार सोचेगी जरूर की कही वहां जाने पर हमारी सुनवाई की जगह पिटाई न हो जाए।
इन महिलाओं और “आप ” विधायक अखिलेश त्रिपाठी से यह युद्ध पानी की समस्या को लेकर हुयी मारपीट पर चल रहा है। खिलोना पार्क के कुछ लोग पानी की समस्या लेकर विधायक ऑफिस में आये। इस बीच इन लोगों की ऑफिस के ही एक कार्यकर्ता रिकॉर्डिंग कर रहा था। -इस पर शुशील कुमार युवका ने उसका फ़ोन छीनकर विधायक को देखते हुए इस रिकॉडिंग को करने का मतलब पूछा बस फिर क्या था विधायक जी ने भी अपने कार्यकर्ताओं का ही पक्ष लिया और विवाद बढ़ता चला गया जिसमे विधक ने भी महिलाओं से बत्तमीजी कर डाली। इस पर विधायक साहब भड़क गए और शुशील को एक थप्पड़ रसीद कर दिया। दोनों और से खूब झड़प हुई।