चरण सिंह राजपूत
आखिर ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा में लगातार बगावत क्यों हो रही है ? गत साल 5-8 अगस्त तक जंतर मंतर पर हुए आंदोलन में बीके श्रीवास्तव, जयप्रकाश दुबे, इंद्रवर्धन राठौर, अमन श्रीवास्तव तो उसके बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता और लीगल एडवाइजर अनिल सिंह एडवोकेट और अब राष्ट्रीय महासचिव संतोष अग्रवाल के बाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नागेंद्र कुशवाहा। जैसे अनिल सिंह ने गत दिनों संगठन के नेतृत्व को लेकर सोशल मीडिया पर आग उगली थी। उसी प्रकार से अब नागेंद्र कुशवाहा ने अपने पद से इस्तीफा देकर संगठन नेतृत्व को टारगेट किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव को निशाना बनाने के बाद नागेंद्र कुशवाहा नीरज शर्मा पर नाराज नजर आ रहे हैं।
उन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर नीरज शर्मा पर भड़ास निकाली है। उन्होंने लिखा है कि साथियों आज जो लोग नीरज जी का लाइव देखे, आप सब विवेचना करें कि उन्होंने एकतरफा बात उन पर ढेर सारे आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें सफाई भी नहीं रखने दिया गया।
उन्होंने लिखा है कि उन्होंने सब के आग्रह पर संगठन को प्रस्ताव भेजा था, जिस पर कोई चर्चा नहीं हुई। पूरा लाइव ही उनके ऊपर ही चला दिया। हम लाइव डिबेट का खुला निमंत्रण दे रहे हैं। जितना भी बात रखूंगा प्रमाण के साथ रखूंगा। उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह का अपमान किसी का करना क्या ठीक है ?
कुशवाहा ने यह भी कहा है कि साथियों हमने त्यागपत्र में संगठन के सदस्य से त्यागपत्र नहीं दिया है। अपने पद से दिया है। उन्होंने सदस्यता से भी त्यागपत्र देते हुए कहा है कि अब सभी रास्ते बंद हो गए हैं।
नागेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा है कि आज अपने आप पर घिन आ रही है कि जिस आदमी को उन्होंने अपने घर में अपने परिवार के साथ रखा। मान सम्मान दिया। अपने परिवार की तरह 2 बार मेरी मां को यह कहा कि वह उनके बेटे जैसा है। मेरी पत्नी को कहा भाई जैसा हूं। हम भी गलतफहमी के शिकार हो गए और बहुत सा पारिवारिक बात जो अपने दोस्तो के बीच होता है।
कुशवाहा ने यह भी कहा है कि लाइव कार्यक्रम में उनके परिवार के संबंध में बोला गया। कुशवाहा ने लिखा है कि यह इंसान किसी का नही हो सकता है। इस व्यक्ति ने उनकी आत्मा अंदर तक घायल कर दी है। उन्होंने कहा है कि आखिर इंसान इंसान पर भरोसा नहीं करेगा तो किस पर करेगा ? कुशवाहा ने पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि वह ढाल की तरह आगे खड़ा रहा ओर इनके विरोधिओ को जवाब भी देता रहा। लानत है ऐसी दोस्ती और ऐसे इंसान पर।
दरअसल ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ल पर शुरू से ही तरह तरह के आरोप लगते रहे हैं। जप तप के संयोजक तो अभय देव शुक्ला का नाम आते ही भड़क जाते हैं। आज की तारीख में अनिल सिंह एडवोकेट, जय प्रकाश दुबे और नागेंद्र कुशवाहा का भी यही हाल है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि ऐसा क्या है कि ये लोग अभय देव शुक्ला और नीरज शर्मा से नाराज हैं।
उधर उत्तर प्रदेश के महासचिव नौशाद अली के संगठन छोड़ने खबर पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह संगठन के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं। संगठन छोड़ने का कोई मतलब ही नहीं है। उन्होंने कहा सुब्रत रॉय ने उन्हें बर्बाद किया है वे किसी भी हालत में सुब्रत राय को बख्शने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनको ऐसा प्रतीत पड़ रहा है कि संगठन में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो किसी न किसी रूप में सहारा प्रबंधन से भी मिले हुए हैं।
इस बारे में जब अभय देव शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नागेंद्र कुशवाहा की अपने लोगों के पैसों को लेकर सुब्रत रॉय से डील हुई है। उन्होंने उल्टा नागेंद्र कुशवाहा पर सुब्रत रॉय से मिलकर आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है 29 मई को लखनऊ में बड़ा प्रोटेस्ट है। यह सब उसको कमजोर करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा आंदोलन कमजोर नहीं होगा। अभय देव शुक्ला का यह भी कहना है कि नागेंद्र कुशवाहा ने झारखंड से जमा हुआ पैसा अपने पास रख लेते थे। प्रदेश अध्यक्ष प्रभात कुमार को वह एक पैसा नहीं देते थे। 29 मई को लखनऊ में होने वाले प्रोटेस्ट के लिए ट्रेन की टिकट के लिए जब कार्यकर्ताओं ने उनसे पैसे मांगे तो उन्होंने देने से इंकार कर दिया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष ने होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संगठन का पेन कार्ड ने बनने की वजह संगठन का खाता नहीं खुल सका है। उनका यह ही कहा कि वैसे भी संगठन में पैसा नहीं आ रहा था तो खाता खुलवाने की जरुरत नहीं पड़ी। अब पैसा आ रहा है तो खाता खुलवाने का प्रस्ताव पास किया जा चुका है। जल्द संगठन का खाता खुल जाएगा।