मुंबई। दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली भारी हार के बाद, अप्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आज शिवसेना ने कहा कि ‘‘राजनीति के नायक’’ को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि उसके पास जनता का अपार समर्थन है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में कहा गया, ‘‘यह कहना असंभव है कि कौन भविष्य में किसका सफाया कर देगा? राजनीति के हर नायक को सावधानी के साथ कदम बढ़ाने चाहिए। इस देश की जनता सर्वोच्च है। किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि उसके पास जनता का अपार समर्थन है।’’ संपादकीय में आगे कहा गया, ‘‘सादगी और ईमानदारी का अत्यधिक गर्व भी ठीक नहीं है।’’ ‘‘अरविंद केजरीवाल की पहचान उनका मफलर है लेकिन जब इसका कोई इस्तेमाल न हो तो उन्हें इसे अपने आप से दूर रखने में भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।’’ शिवसेना ने कहा कि ‘‘खबरों के मुताबिक, जब ओबामा भारत आए थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30-35 लाख रूपए का ब्रांडेड सूट पहना था। केजरीवाल को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका मफलर भी सूट की तरह ब्रांडेड न हो जाए।’’ दिल्ली चुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के एक दिन बाद शिवसेना ने अपने गठबंधन सहयोगी पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव में ‘‘झाड़ू-थामे हुए’’ आप ने भाजपा को ‘‘धूल’’ में मिला दिया। इसके साथ ही शिवसेना ने स्पष्ट तौर पर यह मांग की थी कि मोदी इस हार की जिम्मेदारी लें। इसने कहा था, ‘‘पूरा चुनाव प्रचार अभियान मोदी के नाम पर चलाया जा रहा था। अन्ना हजारे ने कहा कि यह मोदी की हार है। हमें भी ऐसा ही लगता है। जिस तरह से पार्टी ने अन्य राज्यों में अपनी जीत का श्रेय मोदी को दिया, उसी तरह उन्हें दिल्ली में भी यही करना चाहिए।’