नयी दिल्ली। भारत ने फ्रांस को आश्वासन दिया है कि 126 लड़ाकू राफेल विमानों के लिए हुए कई अरब डॉलर सौदे से जुड़े सभी मुद्दों का ‘‘तेजी से समाधान’’ निकाला जायेगा क्योंकि दोनों पक्ष काफी समय से लंबित परियोजना को लेकर चले आ रहे मतभेदों को दूर करने पर सहमत हो गए हैं। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां वेस ले द्रिआन के बीच कल शाम प्रतिनिधिमंडल स्तर की हुई वार्ता के दौरान यह मुद्दा सामने आया। भारत ने वर्ष 2012 में 60 हजार करोड़़ रुपये से ज्यादा के राफेल जेट सौदे का चयन किया था लेकिन रक्षा मंत्रालय और फ्रांस की कम्पनी डसॉल्ट एविएशन के बीच बातचीत अब भी जारी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, ‘‘वार्ता सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग के सभी मुद्दों पर चर्चा हुई।’’ सूत्रों ने पुष्टि की कि वार्ता के दौरान राफेल सौदे पर भी चर्चा हुई और दोनों पक्ष राजी थे कि कुछ मामले हैं जिन पर दोनों के बीच मतभेद अब भी बरकरार हैं। बहरहाल पर्रिकर ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष से कहा कि इनका ‘‘तेजी से समाधान किया जाएगा।’’ दोनों पक्ष सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी सहमत हुए जिस पर 1998 में करार हुआ था। राफेल के लिये भारत के साथ यह एक बड़ा सौदा है।