कोलकाता सीबीआई ने आज कहा कि गिरफ्तार किये गए मुख्य आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र तैयार करने की दिशा में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल राय से पूछताछ महत्वपूर्ण है। सीबीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘‘हम मामले में बहुत ज्यादा देरी नहीं करना चाहते क्योंकि जांच अग्रिम चरण में है। इसलिए, हम जल्द से जल्द राय से पूछताछ करना चाहते हैं ताकि सारदा रियल्टी मामले में समय पर मुख्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार किया जा सके।’’ पूर्व रेलवे मंत्री राय को जांच एजेंसी ने इस सप्ताह पेश होने के लिए समन भेजा था लेकिन उन्होंने पेशी के लिए 15 दिनों की मोहलत मांगी है। सारदा पोंजी घोटाले में कोष को दूसरी मद में भेजे जाने की कथित आपराधिक साजिश में उनकी भूमिका के लिए उनसे पूछताछ की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि राय के साथ काफी बातचीत के बाद उन्हें सीबीआई के समक्ष 21 जनवरी 2015 को पेश होने के लिए कहा गया है। सूत्र ने कहा, ‘‘हमने उनसे यह भी कहा कि हम देरी नहीं कर सकते।’’ सूत्र ने कहा कि राय से पूछताछ से सारदा रियल्टी मामले में मंत्री मदन मित्रा, तृणमूल कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य श्रृंजय बोस और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र तैयार करने में मदद मिलेगी। सूत्र ने कहा, ‘‘अगर उनकी गिरफ्तारियों के बाद हम निर्धारित समय के भीतर आरोपपत्र दाखिल नहीं कर पाते हैं तो उन्हें इसी चूक के कारण जमानत मिल जाएगी और अनावश्क रूप से हमें जिम्मेदार माना जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ चीजों का वक्त तय होता है।’’