अपनी पत्रिका, संवाददाता, नई दिल्ली: केंद्र सरकार पर दबाव बनाते हुए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने किसानों के समर्थन में अपना पद्म विभूषण सरकार को वापस लौटा दिया है। देश में किसानों की ओर से लगातार कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान से आए हुए किसान दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। उधर सरकार से बातचीत के दौरे चल रहे हैं पर अभी तक अंतिम नतीजा नहीं निकल पाया है। किसान खेती संबंधित कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े है।
शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान सरकार को वापस लौटा दिया है।
पिछले करीब एक हफ्ते से ज्यादा वक्त से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों को वापस ले। इसको लेकर किसान और केंद्र सरकार के बीच बैठक भी हुई जो कि बेनतीजा रही। इस बीच शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान सरकार को वापस लौटा दिया है।
राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी
अपने सम्मान को लौटाते हुए प्रकाश सिंह बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है। करीब तीन पन्नों की इस चिट्ठी में बादल ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध किया है। इसके साथ ही सरकार की ओर से किसानों पर की गई कार्रवाई की भी निंदा की गई है। साथ ही चिट्ठी में ही उन्होंने अपना पद्म विभूषण सम्मान वापस लौटाने की बात कही है।
कृषि कानूनों का विरोध
मालूम हो कि अकाली दल की ओर से लगातार केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है। इससे पहले कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में अकाली दल ने किसानों का समर्थन करते हुए एनडीए से अलग होने का ऐलान किया था। वहीं अब प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्म विभूषण सम्मान सरकार को वापस लौटा दिया है