श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने म्यांमा की सीमा में सैन्य अभियान संबंधी बयानों को ‘‘शानदार सेल्फ गोल’’ करार देते हुए कहा है कि म्यांमा द्वारा उसकी सरजमीं पर इस अभियान को अंजाम दिए जाने की बात नकारने से इन बयानों का उल्टा असर पड़ा है। सीमा पार अपनी तरह के पहले अभियान के तहत सेना के विशेष बलों ने मंगलवार को म्यांमा के भीतर ‘‘म्यांमा के अधिकारियों की जानकारी में’’ सुनियोजित हमला किया था जिसमें कम से कम 38 उग्रवादी मारे गए थे। ऐसा बताया जा रहा है कि ये उग्रवादी चार जून को घात लगाकर किए गए उस हमले के लिए जिम्मेदार थे जिसमें 18 भारतीय जवान मारे गए थे।
रिपोर्टों के अनुसार हालांकि म्यांमा ने उसकी सरजमीं के भीतर यह हमला होने की बात नकारते हुए कहा है कि भारतीय बलों ने उग्रवादियों पर हमला भारत की सीमा के भीतर किया था। उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, “वाह, क्या शानदार ‘सेल्फ गोल’ था। अगली बार आप अच्छा गुप्त अभियान चलाएँ और उस अभियान को स्वयं अपनी कहानी बयां करने दें और सीने ठोकने का काम भी अभियानों पर छोड़ दें।’’ उन्होंने म्यांमा द्वारा अभियान के उसकी सीमा के भीतर अंजाम दिए जाने की बात से इनकार किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे बयानों का उल्टा असर पड़ा है। उन्होंने लिखा, “सीना ठोकने का यह असर हुआ कि म्यांमा को इस बात को खारिज करना पड़ा कि अभियान को उसकी जमीन पर अंजाम दिया गया था और तरह इसका उल्टा असर पड़ा है। हैशटेग सेल्फगोल।”
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