चरण सिंह राजपूत
मणिपुर में जब दो महिलाओं की निर्वस्त्र वीडियो वायरल हो गई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि उनके ह्रदय में बहुत पीड़ा और गुस्सा है। यह घटना 140 करोड़ लोगों को शर्मसार करने वाली है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि ढाई महीने से अधिक जो मणिपुर को जलते हुए हो गए हैं वह देश के लिए शर्मसार करने वाला नहीं है। आपके पास विदेश जाने का समय है पर देश के लिए नहीं।
क्या कल ही मणिपुर में हिंसा हुई है ? जमीनी हकीकत तो यह है कि ये लोग इस मामले को दबाने में लगे थे।कल जो वीडियो दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराते हुए वायरल हुई है। इस वीडियो में इन महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार भी किए गया है। क्या इन महिलाओं के साथ दरिंदगी करने वाले समाज के दुश्मनों को फांसी नहीं दी जानी चाहिए ? दरिंदगी होने वाली जिले के एसएसपी, डीएम, विधायक और सांसद के साथ ही मणिपुर सरकार बर्खास्त नहीं कर देना चाहिए ?मणिपुर को जलने के लिए छोड़ दिया गया है। इसके लिए खुद पीएम मोदी और मणिपुर के सीएम एन वीरेन सिंह जिम्मेदार हैं।
पीएम मोदी के पास अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और फ़्रांस घूमने का समय है पर जलते मणिपुर के लिए समय नहीं हैं। उनको एनआरआई के लिए सेल्फी लेने का समय है पर उस राज्य के लिए समय नहीं है जिस राज्य में महिलाओं की अस्मत लूटी जा रही है। महिलाओं को नंगा घुमाया जा रहा है।देश में जाति धर्म, समुदाय और क्षेत्र के नाम पर लोगों को लड़ाया जा रहा है। जिन गांवों में किसी औरत पर कुदृष्टि डालने की किसी की हिम्मत नहीं होती थी। उन गांवों में महिलाओं को नंगा घुमाया जा रहा है। इस दूषित माहौल के लिए कौन जिम्मेदार है ? क्या सरकार में बैठे लोग इस तरह की दरिंदगी करने की छूट नहीं दे रहे हैं ? नहीं तो शिकायत के ढाई महीने बीत जाने पर आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब निर्वस्त्र घुमाती महिलाओं की वीडियो वायरल हुई तब जाकर चार आरोपियों को गिरफ्तार करने का ड्रामा किया गया। जिन लोगों के राज में महिलाओं की अस्मत लूटी जा रही है। उनको सत्ता में बैठे रहने का कोई अधिकार नहीं है। तत्काल प्रभाव से मणिपुर सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्म्मान की बात करने वाली बीजेपी के राज में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जा रहा है। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। एक भाई के सामने उसकी बहन के साथ गैंगरेप हो रहा है। विरोध करने पर उसकी हत्या दर दी जाये रहे है और ढाई महीने तक तक कोई कार्रवाई नहीं होती है। जब वीडियो वायरल होती है तब जाकर कार्रवाई का दिखावा होता है।