Sunday, May 12, 2024
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जागृत आदिवासी दलित संगठन के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर डॉ. सुनीलम ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

भोपाल। किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने बयान जारी कर बताया है कि जागृत आदिवासी दलित संगठन के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। डॉ. सुनीलम ने बताया कि उन्होंने बुरहानपुर में जाग्रत आदिवासी दलित संगठन के नेतृत्वकर्ता सुश्री माधुरी, नितिन, अंतराम अवासे एवं अन्य कार्यकर्ताओं पर लगाए गए फर्जी मुकदमें रद्द कर अवैध वन कटाई एवं तस्करी के दोषी अधिकारियों पर त्वरित कार्यवाही करने की मांग को लेकर उन्होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,  मुख्य सचिव, बुरहानपुर जिलाधीश -पुलिस अधीक्षक, इंदौर ग्रामीण पुलिस महानिरीक्षक, निमाड़ रेंज पुलिस उप महानिरीक्षक, बुरहानपुर वन विभाग के  मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) को पत्र लिखा है।  मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में कहा गया कि जागृत आदिवासी दलित संगठन के नेतृत्वकर्ताओं सुश्री माधुरी, नितिन, अंतराम अवासे एवं अन्य कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं। वे गत तीन दशकों से सुश्री माधुरी जी और जागृत आदिवासी दलित संगठन को जानते हैं। वे लगातार आदिवासी अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं।  जिसके चलते आदिवासियों के बीच वन अधिकार संबंधी कानूनों को लेकर जागरूकता बढ़ी है।
संगठन लगातार प्रदेश और देश के जन संगठनों के साथ आदिवासी अधिकारों को लेकर होने वाले कार्यक्रमों में सक्रिय है। माधुरी जी के नेतृत्व में जागृत आदिवासी दलित संगठन ने आदिवासियों के शोषण पर अंकुश लगाने में और आदिवासियों को उनका जायज हक दिलाने में महत्वपूर्ण सफलता पायी  है।
संगठन के द्वारा वन कटाई और तस्करी को रोकने के लिए कई वर्षों से सतत अभियान चलाया जा रहा है। जिसके चलते संगठन, भ्रष्ट अधिकारियों की आंखों की किरकिरी बना हुआ है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि संगठन के भ्रष्टाचार और अत्याचार विरोधी अभियान को कुचलने के लिए, आदिवासियों को भयभीत करने तथा बेरोकटोक अवैध कटाई होने देने के उद्देश्य से सुश्री माधुरी, नितिन, अंतराम अवासे एवं अन्य कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं।

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