भ्रष्टाचारी सरकार और सांप्रदायिक शक्तियों को सबक सिखाकर जनता ने शानदार संदेश दिया है
रीवा । समाजवादी कार्यकर्ता समूह के संयोजक लोकतंत्र सेनानी अजय खरे ने कहा है कि कर्नाटक की जनता ने बहुत सूझबूझ का परिचय देते हु भ्रष्ट और सांप्रदायिक राजनीति को बदलाव का आईना दिखाया है। इस चुनाव परिणाम को पूरा देश आशा भरी निगाहों से देख रहा है। संपन्न हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के भाजपाई खेल को मुंह तोड़ जवाब मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार का स्तर इस कदर गिर गया कि उन्होंने मतदाताओं से यह अपील कर डाली कि वो भाजपा को वोट देने के लिए ईवीएम बटन दबाते समय जय बजरंग बली जरूर कहें । यह बात चुनावी आचार संहिता का सरासर उल्लंघन थी, चुनाव आयोग ने इसे नजरअंदाज किया लेकिन कर्नाटक की जागरूक जनता ने इसे संज्ञान में लेकर भाजपा को सबक सिखाकर शानदार संदेश दिया है। यहां तक कश्मीर फाइल्स और द केरल स्टोरी आदि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के चुनावी हथकंडे कुछ भी काम नहीं आए। कर्नाटक की जनता ने जनहित के व्यापक मुद्दों को ध्यान में रखते हुए मतदान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी ताकत झोंक दी लेकिन उनका कोई भी दांव काम नहीं किया।
श्री खरे ने कहा कि ऐसे समय में जब देश अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है कर्नाटक चुनाव परिणाम देश की भावी राजनीति के लिए सुखद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के गंदे खेल को कर्नाटक की जनता ने तगड़ा जवाब दिया है। श्री खरे ने कहा कि अनेकता में एकता और धर्मनिरपेक्षता भारत की असली ताकत है। कर्नाटक के चुनाव परिणामों से पूरे देश के लोकतंत्र के पक्षधरों को नई ऊर्जा मिली है। देश को बचाना है तो गैर भाजपावाद की रणनीति को मजबूत करना होगा। आने वाले 1 साल के दौरान विधानसभा एवं लोकसभा के चुनावों को ध्यान में रखते हुए जन जागरण बहुत जरूरी है।