Baluchistan Bomb Blast: कहा जाता है कि बोये पेड़ बबूल के तो आम कहां से होये। यह कहावत पाकिस्तान पर फिट बैठ रही है। पाकिस्तान को जो पैसा आतंकवाद को ख़त्म करने के लिए दूसरे देशों से मिलता रहा है उस पैसे को वह भारत के खिलाफ आतंकवाद फ़ैलाने में करता रहा है। पाकिस्तान में राजस्व की व्यवस्था भी वहां की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई और सेना के हाथ में है। पाकिस्तान की सेना कारोबार करती है। चाहे रियल स्टेट हो या अफीम की खेती पाक सेना मोटा मुनाफा कमाती रही है। यह वजह है कि पाकिस्तान की जनता भूखी मर रही है और सेना के साथ आईएसआई के अफसर मजे मार रहे हैं। इन सबके चलते पाकिस्तान में आतंकवाद फ़ैल रहा है। शुक्रवार को पाक के ब्लूचिस्तान प्रांत में एक धमाके में 52 लोगों की मौत हो गई। मरने वाले लोगों में पुलिस बल के कुछ लोग भी शामिल हैं। इस बम विस्फोट में कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं। ये जानकारी पाकिस्तानी अखबार डॉन के हवाले से मिली है।
डॉन अखबार ने शहीद नवाब गौस बख्श रायसानी मेमोरियल अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सईद मीरवानी के हवाले से मौतों की पुष्टि की है। सिटी स्टेशन हाउस ऑफिसर मोहम्मद जावेद लेहरी ने बताया है कि धमाके में एक पुलिस अफसर की भी मौत हुई है। उन्होंने बताया कि धमाका एक सुसाइड ब्लास्ट था, जो डीएसपी गिसखौरी की कार के पास जाकर फटा था।
बलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचकजई ने कहा कि बचाव दल को मस्तुंग भेजा गया है। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को क्वेटा ले जाया जा रहा है और सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है। जान अचकजई ने कहा, हमारे दुश्मन विदेशी मदद से बलूचिस्तान में धार्मिक सहिष्णुता और शांति को खत्म करना चाहते हैं. विस्फोट असहनीय है।
पाकिस्तान के अंतरिम गृह मंत्री सरफराज अहमद बुगती ने धमाके में जान गंवाने वालों पर दुख जताया है और धमाके की निंदा की है। बुगती ने कहा कि आतंकवादियों की कोई धर्म या आस्था नहीं होती और बचाव अभियान के दौरान सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घायलों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और आतंकवादी तत्व किसी रियायत के हकदार नहीं हैं।