पत्रिका संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सभी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि दिल्ली में डेंगू का बढ़ते कहर के बीच कोई भी अस्पताल मरीज को भर्ती करने से इंकार न करे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार एक ऐसा कानून लाने पर विचार कर रही है जिसके तहत अपने यहां मरीजों को दाखिल करने से इंकार करने वाले निजी अस्पतालों को दंडित किया जा सके।
केजरीवाल ने कहा, हम एक कानून लेकर आने की योजना बना रहे हैं ताकि गंभीर हालत वाले मरीजों के उपचार से इंकार करने वाले अस्पतालों को दंडित किया जा सके। अगले कुछ दिनों में हम कानून लाने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएंगे।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गुरु तेग बहादुर अस्पताल और डॉक्टर हेगड़ेवार आरोग्य संस्थान सहित कई अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। केजरीवाल का यह औचक दौरा उस वक्त हुआ है जब डेंगू से पीड़ित एक और लड़के की मौत हो गई और उसके परिवार वालों ने शहर के अस्पतालों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बीते आठ सितंबर को शहर के पांच अस्पतालों द्वारा भर्ती करने से कथित तौर पर मना किए जाने के बाद डेंगू से पीड़ित सात साल के अविनाश राउत की मौत हो गई थी और बाद में उसके मां-बाप ने खुदकुशी कर ली थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, उपचार करने से इंकार करने वाले अस्पतालों को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार आपात स्थिति के दौरान कुछ समय के लिए निजी अस्पतालों को अपने नियंत्रण में लेने के विचार पर गौर कर रही है। इस बीच, दिल्ली सरकार ने सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम के प्रशासकों को तलब किया है।
उधर, राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज दिल्ली सरकार से कहा कि वह डेंगू के मरीजों से अधिक पैसे लेने वाले निजी अस्पतालों पर कार्रवाई करे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, मैंने दिल्ली सरकार से यह देखने के लिए कहा है कि निजी अस्पताल अनुचित ढंग से पैसे नहीं वसूलें और उनको मरीजों से उचित शुल्क लेना चाहिए। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार इस साल एक जनवरी से 12 सितंबर तक दिल्ली में डेंगू के 1,872 मामले दर्ज किए गए जो बीते पांच वर्षों की अवधि के दौरान का सर्वाधिक आंकड़ा है।
नड्डा ने कहा कि सरकार स्थिति और चिकित्सा सुविधाओं पर निरंतर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा, हम डेंगू के हालात की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। हर समय चौकसी बरती जा रही है। आज भी हमने राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षकों के साथ बैठक की। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार अस्पतालों से कहा गया है कि डेंगू मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ाएं। नड्डा ने कहा कि राज्य प्रशासन से भी कहा गया है कि डेंगू मरीजों को दाखिल नहीं करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा, मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के साथ मुलाकात की और उनसे कहा कि डेंगू मरीजों को अपने यहां दाखिल करने से इंकार करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उनसे कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। हमने हर जरूरी मदद का भरोसा दिया है।