-पत्रिका ब्यूरो
हिसार। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा शहीद सुनील श्योराण के छठे बलिदान दिवस पर आयोजित “जाट शहीद रैली” में 11 राज्यों के हिन्दु, मुस्लिम व सिख जाट भाई शहीद सुनील श्योराण को श्रद्धांजलि देने के बाद जाट आरक्षण आन्दोलन की रणनीति पर चर्चा कर जाट आरक्षण आन्दोलन की रणनीति की घोषणा करेंगे। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यषपाल मलिक ने बताया कि 11 राज्यों से जाट भाइयों के रैली में पहुंचने की सूचना मिल चुकी है। जाट समाज के लोग हरियाणा सरकार की दोहरी नीति जिसमें मामले को अदालत में लटका कर समय पास करने व जाट आरक्षण पर झूठी सान्त्वना देने पर समाज में बहुत रोष है। हरियाणा सरकार जाट आरक्षण पर विपक्षी दलों द्वारा लाये गये प्रस्तावों पर भी पीछे हट रही है। हरियाणा सरकार के इस व्यवहार पर जाट समाज आहत है। इसी प्रकार भारत सरकार भी प्रधानमन्त्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा दिये गये आष्वासनों पर भी कोई कार्य नहीं हो रहा है। जाट समाज अब आर पार की लड़ाई का मन बना चुका है और जाट आरक्षण आन्दोलन की विस्तृत कार्य योजना का ऐलान माईयड़-हिसार की “जाट शहीद रैली” में कर आन्दोलन की तैयारी शुरू कर आन्दोलन शुरू होगा।
भविष्य में होने वाला जाट आरक्षण आन्दोलन जाट समाज तो शान्तिपूर्वक चलायेगा लेकिन अगर 2010 में सुनील की शहादत के वक्त व 2012 में रेल रोको आन्दोलन की तरह हरियाणा सरकार जाट समाज के शान्तिपूर्वक आन्दोलन को कुचलने का प्रयास करेगी, फिर सरकार को मुहतोड़ जवाब दिया जायेगा। जिस प्रकार से भाजपा सांसद जातिगत भावनाओं को भड़का कर हरियाणा में अषान्ति फैलाना चाहते हैं, उनका मन्सूवा जाट समाज पूरा नहीं होने देगा और इसके गम्भीर परिणाम भाजपा को दूसरे राज्यों के जाटों की नाराजगी भी झेलनी होगी जिसका निर्णय 13 सितम्बर 2015 की रैली में लिया जायेगा।
इस अवसर पर कृष्ण किरमारा (जिलाध्यक्ष-हिसार), सूबेदार ओमप्रकाष, रामभगत मलिक, कुलदीप लाडवा, देवी प्रसन्न, बलदेव सिंह, रघुबीर सिंह, दिलबाग देपल, कप्तान देवेन्द्र सिंह वामल, मास्टर जयदीप वामल, राजकुमार श्योराण और रामफल रामायण आदि जाट नेता उपस्थित रहे।