चरण सिंह राजपूत
बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के निर्वतमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाकर दिल्ली जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों का प्रोटेस्ट नए मोड़ पर पहुँच गया है। एक ओर जहां नई संसद के सामने 28 मई को देशभर की महिलाओं की पंचायत हो रही है वहीं दूसरी ओर 5 जून को बृजभूषण शरण सिंह अयोध्या में शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इस रैली को उन्होंने संत समाज की रैली का नाम दिया है। इस रैली में बड़ी संख्या में राजपूत समाज के लोगों के भी जुटने की बात सामने आ रही है।
देखने की बात यह है कि यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवानों के साथ ही आंदोलन में जुटने वाले लोग भी जाट समुदाय के बताये जा रहे हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या यह आंदोलन राजपूत वर्सेज़ जाट होने जा रहा है ? या फिर 5 जून को अयोध्या में जो माहौल बनेगा उसके बाद माहौल ख़राब होने का अंदेशा पैदा नहीं हो जाएगा ? वैसे भी जब किसी आरोपी रैली होती है तो वह आक्रामक होती है।
दरअसल राजपूत नेताओं के पक्ष में इस तरह की रैली होती रही है। जब कुंडा के विधायक राजा भैया पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने पोटा लगाया तो समाजवादी पार्टी के महासचिव अमर सिंह ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में क्षत्रिय सम्मेलन कराया था। उस सम्मेलन में तलवारें बांटी गई थीं। तो क्या ब्रजभूषण सिंह भी इसी तरह की रैली करने जा रहे हैं ?
दरअसल जब से अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं तभी से इस आंदोलन को राजपूत वर्सेस जाट आंदोलन कहा जा रहा है। अरविन्द केजरीवाल और चंद्रशेखर आज़ाद को छोड़ दें तो चाहे राकेश टिकैत हों, नरेश टिकैत हों, सत्यपाल मलिक हों, भूपेंद्र हुड्डा हो, दीपेंद्र हुड्डा हो अधिकतर नेता जाट समुदाय के ही जंतर मंतर पर आंदोलन को समर्थन करने गए हैं। लोग भी अधिकतर हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ही जुट रहे हैं।
देखने की बात यह है कि आंदोलन के बीच में मुजफ्फरनगर सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम ने 1000 मोटरसाइकिल लेकर दिल्ली जंतर मंतर पर पहुंचने का ऐलान कर दिया था। तो यह माना जाये कि अयोध्या में संगीत सोम जैसे नेता भी पहुंचेंगे, ऐसे में निश्चित रूप से माहौल बिगड़ने की आशंका पैदा हो जाएगी।
उधर योग गुरु और कारोबारी बाबा राम देव ने भी बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर दी है। यह मांग उन्होंने राजस्थान के भीलवाड़ा में आयोजित तीन दिवसीय शिविर में की है। उन्होंने कहा है कि महिला पहलवान यौन शोषण का आरोप लगाकर जंतर मंतर पर बैठी हैं पर बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। यह बहुत शर्मनाक है।