उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर जिला कोर्ट ने एक ठगी के मामले में सुब्रत रॉय को तलब करने का इस्तहार राष्ट्रीय अख़बारों में देने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। मतलब एक तरह से सुब्रत रॉय कोर्ट के नजरों में भगोड़ा साबित हो चुके हैं। दरअसल सिद्धार्थनगर के राजू लाल श्रीवास्तव ने सुब्रत रॉय के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला जिला कोर्ट में चल रहा था। सुब्रत रॉय के कोर्ट में पेश न होने पर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस मामले में जब सुब्रत रॉय पेश न तो वादी राजू लाल श्रीवास्तव ने कोर्ट में आवेदन दिया कि सुब्रत रॉय का पेश न होने का मामले का इश्तेहार राष्ट्रीय अख़बारों में दिया जाये। राजू लाल के इस अनुरोध को जिला कोर्ट ने मान लिया है। मतलब अब अख़बारों में सुब्रत रॉय के भगोड़ा घोषित होने का इश्तेहार राष्ट्रीय अख़बारों में जाएगा।
दरअसल सुब्रत रॉय कोर्ट में पेश होने से बचते रहे हैं। यही वजह थी कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी थी। निवेशकों के दो लाख करोड़ से अधिक का भुगतान सहारा पर निवेशकों का है। सुब्रत रॉय के खिलाफ देशभर में आंदोलन चल रहा है। निवेशक सड़क से लेकर कोर्ट तक इस आवाज को उठा रहे हैं। मामला विभिन्न विधानसभाओं और लोकसभा में भी उठ चुका है पर निवेशकों का पैसा नहीं मिला है। हां गृह मंत्री अमित शाह के प्रयास से 5000 करोड़ रुपए सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को सहकारिता मंत्रालय को रिलीज करने का आदेश दिया है। हाल में सहारा की चारों सोसायटियों के डायरेक्टरों के सीआरसी ऑफिस में पहुंचने की भी बात सामने आई है।