Friday, April 19, 2024
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झुग्गियों में भी प्रतिभाएं कम नहीं, 50 लोग वज़ीर पुर अवार्ड से सम्मानित

पत्रिका संवाददाता, वजीरपुर। झुग्गियों में रहने वाले गरीब बच्चे भी अपने मेहनत और लग्न से बड़े बड़े ओहदों को हांसिल कर लेते है। यही सन्देश देने और ऐसे प्रतिभाओं के सम्मान में नव युवा जगृति मंच वज़ीर पुर रत्न अवार्ड दिया गया। इन लोगों की भारी तादाद से यह साबित हो गया कि सफलता संसाधनो की मोहताज़ नहीं होती। इस मौके पर दिल्ली पुलिस के भी बड़े अधिकारी मौजूद थे।
वज़ीर पुर औद्योगिक क्षेत्र में समारोह सम्मान में प्रतिभाओं का जिन्होंने संसाधनों की कमी को अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया और वज़ीर पुर की झुग्गियों में रहकर भी आईपीएस, डॉक्टर, सॉफ्टवेयर इंजिनियर, पत्रकार ऑफ़ वकील बने और अपने माता पिता का नाम रोशन किया। ऐसे ही प्रतिभाओं के सम्मान में नव युवा जागृति मंच एक कार्यक्रम आयोजित किया और ऐसे 50 लोगों को वज़ीर पर रत्न अवार्ड से सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह के मौके पर नार्थ वेस्ट जिला पुलिस के कई बड़े अधिकारी और जाने माने पत्रकार भी मौजूद थे। इस मौके पर अशोक विहार एसीपी शौरभ चंद्रा ने प्रतिभाओं को सामने लाने वाले युवकों सुभाष, रफीक, सलीम, जय सिंह और टीपू सुल्तान की तारिक भी की। वज़ीर पुर की चन्द्र शेखर आज़ाद कॉलोनी, सुखदेव नगर, ऊधम सिंह, जैसे लोगों की प्रतिभाओं की बड़ी संख्या में मौजूद थे। एसीपी शौरभ चंद्रा ने कहा मुझे नहीं पता था कि इस मौके पर इतनी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित होंगे।
इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए एसीपी शौरभ चंद्रा ने कहा कि झुग्गी बस्ती से इतनी प्रतिभाओं को तलाशना भी कोई आसान काम नहीं था। युवा जागृति मंच के युवाओं को स्थानीय पुलिस का साथ मिला और पुलिस ने पूरी झुग्गी बस्तियों से ऐसे लोगों को ढूंढ निकला। इस काम में वज़ीर पुर चौकी इंचार्ज उमेश राणा ने बहुत बड़ा योगदान रहा है। अशोक विहार थाना पुलिस की मंशा थी कि यहाँ के लोग इनसे प्रेरणा लें और मेहनत के ऐसे मुकाम हासिल करें। थाना अध्यक्ष विदेन्द्र कादयान ने कहा कि दिल्ली पुलिस ऐसे आयोजन में लोगों के साथ है।
इस अवसर पर झुग्गियों के बच्चों ने मंच पर, डांस , नाटक , मार्शल आर्ट , खेलकूद और अन्य रचनात्मक प्रस्तुति देकर यह साबित कर दिया कि झुग्गियों के बच्चों क प्रतिभाएं किसी क्षेत्र में कम नहीं है। युवा जागृति मंच की यह पहल और पुलिस की इस आयोजन में इतनी रूचि यह भी इशारा कर रही है की अब ऐसी बस्तियों में भी सकारात्मक बदलाव की बयार बहाने लगी है।

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